मोहन भधुकर भागवत का जन्म 11 सितंबर 1950 को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में हुआ। मोहन भागवत एक पशु चिकित्सक भी हैं। 2009 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक हैं। केएस सुदर्शन के बाद उन्हें उत्ताराधिकारी चुना गया था। संघ कार्यकर्ताओं के परिवार से हैं। पिता मधुकरराव भागवत चन्द्रपुर क्षेत्र के प्रमुख थे। Read More
उन्होंने कहा कि आरएसएस का लक्ष्य है व्यक्ति निर्माण के जरिए राष्ट्र का निर्माण। संघ में प्रारंभ से ही साधनों पर जोर नहीं दिया गया। हमने सबसे अधिक जोर कार्यकर्ता पर दिया और यही वजह है संघ की विशेषता उसका कार्यकर्ता है। ...
उच्चतम न्यायालय में देश में बढ़ती आबादी पर नियंत्रण के लिये दो संतानों के मानदंड सहित उपायों के लिये दायर याचिका पर शुक्रवार को केन्द्र से जवाब मांगा था। प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति सूर्य कांत की पीठ ने दिल्ली उच ...
सभा में लोगों से ओवैसी ने दूसरी पत्नी का पता करने वालों को इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह देश की राजनीति का दुर्भाग्य है कि लोग चुनाव से पहले व्यक्तिगत टिप्पणी करने लगते हैं। ...
तेलंगाना में नगर निकाय चुनाव के लिए निजामाबाद जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, ‘‘आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दो बच्चों की नीति बनाने के लिए कहते हैं।’’ ...
संविधान कहता है कि हमें भावनात्मक एकीकरण लाने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन भावना क्या है? वह भावना है-यह देश हमारा है, हम अपने महान पूर्वजों के वंशज हैं और हमें अपनी विविधता के बावजूद एक साथ रहना होगा। इसे ही हम हिंदुत्व कहते हैं। ...
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स स्टेडियम में रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक के सर संघ चालक डॉ. मोहन भागवत ने संबोधित किया। इससे पहले मां भारती के सामने दीप प्रज्जवलन किया। मोहन भागवत यहां जनसंख्या नियंत्रण, एनआरसी और नागरिकता कानून जैसे मुद्दों क ...
ओवैसी ने सभा के दौरान कहा, "तुम्हे शर्म आनी चाहिए! मेरे दो से अधिक बच्चे हैं और कई भाजपा नेताओं के दो से अधिक बच्चे हैं। आरएसएस ने हमेशा इस बात को बनाए रखा है कि मुस्लिम आबादी को नियंत्रित करना है। इस देश की असली समस्या बेरोजगारी है, न कि मुसलमानों क ...
आरएसएस प्रमुख, स्वयंसेवकों के चार दिवसीय कार्यक्रम के सिलिसिले में यहां आये हुए हैं। यहां एक मैदान में कार्यक्रम के समापन पर एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए भागवत (69) ने कहा कि जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग इस संगठन का हिस्सा हैं जबकि कुछ लोग राजनीत ...