मार्गरेट अल्वा (80) पांच बार कांग्रेस सांसद, केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल सहित कई अन्य पदों पर रहीं। 2014 में राजस्थान के राज्यपाल के रूप में सेवानिवृत्त हुईं। अल्वा 1974 में 32 साल की उम्र में पहली बार राज्यसभा के लिए चुनी गईं और 1998 तक चार बार उच्च सदन की सदस्य रहीं। कर्नाटक से अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता और 13वीं लोकसभा की सदस्य के रूप में कार्य किया। अल्वा को 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने संसदीय मामलों का राज्य मंत्री बनाया था और तब वह सिर्फ 42 वर्ष की थीं। मार्गरेट अल्वा मैंगलुरु से ताल्लुक रखती हैं, जहां उनका जन्म पी.ए. नाज़रेथ और एलिजाबेथ के घर हुआ था। Read More
Vice-President Election 2022: झामुमो ने राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को हुए चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया था. ...
टीएमसी ने विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद की प्रत्याशी मार्गरेट अल्वा को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है। इसे लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं। ऐसे में राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने लोकमत से खास बातचीत में तमाम सवालों के जवाब ...
मध्यप्रदेश में स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा की शर्मनाक हार ने उसे परेशान कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए भी ये संकेत अच्छे नहीं हैं क्योंकि विधानसभा चुनाव महज 15 महीने दूर है. ...
मार्गरेट अल्वा इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की उम्मीदवार हैं. उन्होंने कहा कि उनके लिए इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा संवैधानिक और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और संस्थानों को बचाने का है. ...
मार्गरेट नाजरेथ अल्वा एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। अल्वा ने अगस्त 2014 में अपने कार्यकाल के अंत तक गोवा की 17वें राज्यपाल, गुजरात की 23वें राज्यपाल, राजस्थान की 20वें राज्यपाल और उत्तराखंड की चौथे राज्यपाल के रूप में कार्य किया। उन्होंने पूर्व में कैबिन ...
टीएमसी के उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहने के ऐलान पर अल्वा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम काफी समय से उनकी दोस्त रही हैं। उनके पास अपना विचार बदलने के लिए पर्याप्त समय है। ...
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं करेगी क्योंकि 6 अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार पर उसके इनपुट नहीं मांगे गए थे। ...
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर ममता बनर्जी ने बड़ा फैसला किया है। तृणमूल का कहना है कि विपक्ष ने उम्मीदवार घोषित करने से पहले टीएमसी से कोई सलाह नहीं की इसलिए वह चुनाव से दूर रहेगी। ऐसे में राजग उम्मीदवार जगदीप धनखड़ के लिए राह काफी आसान हो गई है। आंकड़े ...