मनोज मुकुंद नरवणे देश के 28वें आर्मी चीफ हैं, उन्होंने जनरल बिपिन रावत का स्थान लिया। जनरल नरवणे इससे पहले उप सेना प्रमुख रह चुके हैं। अपनी 37 वर्षों की सेवा में जनरल नरवणे जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर में पीस, फील्ड और उग्रवाद विरोधी अभियानों और कई कमानों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन तथा पूर्वी मोर्चे पर इंफेंट्री ब्रिगेड में भी सेवा दे चुके हैं। Read More
बारामूला में सेना का एक मेजर तथा पुलिस के दो जवान जख्मी हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बारामूला के पट्टन में उस समय सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ आरंभ हुई जब इलाके में तीन आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। ...
भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से LAC पर तनातनी बरकरार है। जून में लद्दाख के गलवान घाटी में खूनी झड़प के बाद ये विवाद काफी बढ़ गया था। इसके बाद हाल में एक बार फिर चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। ...
सीडीएस रावत ने कहा कि हमने उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर उभरते खतरों से निपटने की रणनीति की परिकल्पना कर ली है। जो लोग फ्रंटलाइन पर तैनात हैं, हमारे विमानों को उड़ा रहे हैं, समुद्र में हमारे जहाजों पर तैनात हैं, उनमें से कोई भी अब तक COVID19 से प्रभावि ...
वायुसेना के जांबाज जवानों से अत्यधिक सतर्क रहने को कहा है। वायुसेना की पूर्वी कमान का मुख्यालय शिलांग में है, जो सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में एलएसी से लगे संवेदनशील इलाकों और क्षेत्र के कई अन्य हिस्सों में हवाई रक्षा की जिम्मेदारी संभालता है। ...
सेना की उत्तरी कमान के आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, लद्दाख की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की 14वीं कोर के कोर कमांडर व अन्य फील्ड कमांडरों से सेना की आप्रेशनल तैयारियों की भी जानकारी ली। ...
गलवान घाटी में 15 जून को हुई झड़प के बाद से पैंगोंग झील इलाके में यथास्थिति में बदलाव करने की चीन की ताजा कोशिश क्षेत्र में पहली बड़ी घटना है। उस झड़प में 20 भारतीय सैन्य कर्मी शहीद हो गये थे। चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे लेकिन चीन ने उसका विवरण सार्वज ...
पुलवामा में बीती रात सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ हो गई। एनकाउंटर में तीन आतंकी मारे गए। सीआरपीएफ की संयुक्त टीम, सेना की 50 राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पेशल आप्रेशन ग्रुप ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। ...
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह कदम इलाके में चीनी हेलिकॉप्टर की बढ़ी गतिविधियों की पृष्ठभूमि में उठाया गया है। उन्होंने बताया कि मिसाइलों की मारक क्षमता दो से पांच किलोमीटर है और ये कम ऊंचाई पर उड़ रहे हेलिकॉप्टर और विमानों को मार गिराने में सक्षम ह ...