कीर्ति आजाद का पूरा नाम कीर्तिवर्धन भागवत झा आजाद ( Kirtivardhan Bhagwat Jha Azad)है। कीर्ति आजाद का जन्म 2 जनवरी 1959 में बिहार के पूर्णिया में हुआ था। कीर्ति आजाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे हैं। ये भारत के पूर्व क्रिकेटर और राजनीतिक नेता हैं। 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के ये सदस्य थे। इन्होंने अपने क्रिकेट करियर में सात टेस्ट मैच और 25 वनेड मैच 1980 से 1986 तक खेले हैं। कीर्ति आजाद ने क्रिकेट कमेंट्री भी की है। इन्होंने अपने राजनीतिक पारी की शुरुआत 1993 में दिल्ली के गोल मार्केट इलाके में विभानसभा चुनाव से की थी। बीजेपी के टिकट पर 1998 में कीर्ति आजाद बिहार के दरभंगा जिले से सांसद बनें। कीर्ति आजाद दरभंगा से तीन बार सांसद रह चुके हैं। 2015 में कीर्ति आजाद ने बीजेपी छोड़ा था। 18 फरवरी 2019 को कीर्ति आजाद कांग्रेस में शामिल हुए हैं। Read More
कीर्ति आजाद ने आरोप लगाया कि भाजपा, जजपा और आप आपस में मिली हुई है तथा इनको डर था कि हरियाणा कांग्रेस के पक्ष में जो आंधी उठी है, वह दिल्ली न पहुंच जाए। ...
उल्लेखनीय है कि पूरे लोकसभा चुनाव में कीर्ति झा आजाद के चलते झारखंड में सभी की नजरें धनबाद सीट पर टिकी हुई थीं. 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के गठन के अगले ही वर्ष उन्हें उनकी पुरानी पार्टी भाजपा ने निलंबित कर दिया. ...
झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल खियांग्ते ने बताया कि राज्य की सभी चौदह लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित कर दिये गये हैं। सभी चौदह सीटों में से 11 पर भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। गिरिडीह की एक सीट पर भाजपा की सहयोगी आजसू ने जीत दर्ज की है। ...
1983 में कपिल देव की अगुआई में भारतीय टीम इंग्लैंड में विश्व कप खेलने गई थी, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि कपिल की यह टीम वेस्टइंडीज को हराकर वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम करेगी। ...
धनबाद लोकसभा सीट: धनबाद सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार पशुपति नाथ सिंह का मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी कीर्ति आजाद से हैं। पशुपति नाथ सिंह (पीएन सिंह) धनबाद लोकसभा सीट से 2009 और 2014 के चुनाव में जीत चुके हैं। ...
लोकसभा चुनाव 2019: वर्तमान में धनबाद लोकसभा सीट से सांसद भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के पशुपति नाथ सिंह हैं। पशुपति नाथ सिंह धनबाद से 2009 में भी सांसद रह चुके हैं। ...
भाजपा से भागे सांसद कीर्ति झा आजाद को पड़ा महंगा, कांगेस का दामन तो थामा पर ’हांथ’ ने नही दिया साथ, रह गये ’अकेले’, लेकिन बाजी मार ले गये बिहारी बाबू... ...