धनबाद सीट पर क्लीन बोल्ड हुए कीर्ति झा आजाद, झारखंड में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से हारने का बनाया रिकार्ड
By एस पी सिन्हा | Published: May 24, 2019 06:52 PM2019-05-24T18:52:26+5:302019-05-24T18:52:26+5:30
उल्लेखनीय है कि पूरे लोकसभा चुनाव में कीर्ति झा आजाद के चलते झारखंड में सभी की नजरें धनबाद सीट पर टिकी हुई थीं. 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के गठन के अगले ही वर्ष उन्हें उनकी पुरानी पार्टी भाजपा ने निलंबित कर दिया.
झारखंड के धनबाद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी का दामन थामने वाले कीर्ति झा आजाद धनबाद पीच पर क्लिनबोल्ड हो गये. क्रिकेट के पीच पर चौका-छक्का जड़ने वाले कीर्ति झा आजाद यहां चुनावी पीच पर टिक नही पाये. यही नही उनके क्लीन बोल्ड होने के अंतर पर अगर गौर करें तो यह झारखंड में सर्वाधिक है. उनकी लड़ाई भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह (पीएन सिंह) से थी. इस चुनाव में पीएन सिंह ने 8,27,234 मत पाकर कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंदी को रिकॉर्ड मतों से हराया है.
यहां उल्लेखनीय है कि पूरे लोकसभा चुनाव में कीर्ति झा आजाद के चलते झारखंड में सभी की नजरें धनबाद सीट पर टिकी हुई थीं. 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के गठन के अगले ही वर्ष उन्हें उनकी पुरानी पार्टी भाजपा ने निलंबित कर दिया. कारण बना मोदी सरकार में नंबर दो अरुण जेटली के खिलाफ उनका विरोधी तेवर. उनके विरोधी यहां तक कहा करते थे कि सदस्यता गवाने की डर से ही वह भाजपा में बने रहे और चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन थामा.
कीर्ति झा आजाद 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर दरभंगा से लगभग 34 हजार मतों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे. इस चुनाव में बिहार में कांग्रेस, राजद, रालोसपा और हम साथ-साथ चुनाव लड रही थी. सीट बंटवारे की घोषणा से पहले लगातार कीर्ति झा आजाद, शत्रुघ्न सिन्हा के उस डायलॉग को दुहराया करते थे कि 'सिचुएशन कुछ भी हो, लोकेशन वहीं रहेगा'. लेकिन सीट शेयरिंग में उनकी दाल नहीं गली और दरभंगा राजद के खाते में चली गई.
दरभंगा सीट कांग्रेस से छिनने के बाद कीर्ति आजाद धनबाद से चुनाव लडने के लिए निकल पडे. शायद उन्हें उम्मीद थी की धनबाद में उन्हें उनके पिता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के राजनीतिक विरासत का फायदा मिलेगा, लेकिन परिस्थिति प्रतिकूल रही.
इस लोकसभा चुनाव में धनबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कीर्ति आजाद को महज 341040 वोट मिले, जो कि कुल मतदान का 27.22 प्रतिशत है. वह कुल 4,86,194 के रिकॉर्ड मतों से चुनाव हार गए. भाजपा प्रत्याशियों के जीत के अंतर पर अगर गौर करें तो झारखंड में यह सर्वाधिक है. इसके बाद हजारीबाग लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी जयंत सिन्हा ने कांग्रेस प्रत्याशी गोपाल साहू को 4,79,548 मतों से हराया है.