हर साल भारतीय सेना 26 जुलाई को कारगिल दिवस मनाती है। जम्मू-कश्मीर के कारगिल जिले में स्थित पहाड़ी इलाके में मई 1999 में पाकिस्तानी सेना ने कब्जा कर लिया था। करीब दो महीने तक चले युद्ध के बाद आधिकारिक तौर पर 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने कारगिल पर दोबारा नियंत्रण हासिल करने की घोषणा की। भारत ने चौथी बार पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध जीता। दोनों पड़ोसी देश 1948, 1965 और 1971 में आपस में युद्ध कर चुके हैं। Read More
Shoaib Akhtar: पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा है कि उन्होंने कारगिल युद्ध लड़ने के लिए नॉटिंघमशर के साथ अपना 175000 डॉलर का करार ठुकरा दिया था ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने रेडियो कार्यक्रम ' मन की बात' के जरिए देश को संबोधित किया। ये प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल में ' मन की बात' की 14वीं कड़ी है। साथ ही 2014 से ये इस कार्यक्रम की 67वीं कड़ी भी है। प्रधानमंत्री मोदी हर महीने के आ ...
आज से 21 साल पहले पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को चौथी बार युद्ध के मैदान में धूल चटाते हुए भारतीय सेना ने विजय हासिल की थी, जिसे आज पूरा देश करगिल विजय दिवस के रूप में मना रहा है। जम्मू-कश्मीर के करगिल जिले में स्थित पहाड़ी इलाके में मई 1999 में पाकिस्तान ...
Mann Ki Baat: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजकल युद्ध केवल सीमाओं पर ही नहीं लड़े जाते हैं, देश में भी कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा जाता है और हर एक देशवासी को उसमें अपनी भूमिका तय करनी होती है। पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना स ...
Kargil Vijay Diwas: साल 1998-99 की सर्दियों में पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की मिलीभगत से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर कारगिल क्षेत्र में भारतीय सीमा में घुस आई थी। सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण कारगिल पहाड़ियों पर उन्होंने बेहद सर्दी के दिनों में ...
Kargil Vijay Diwas 2020: कारगिल विजय दिवस की आज 21वीं वर्षगांठ है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार सुबह वॉर मेमोरियल पहुंचे और भारतीय सेना के वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। ...
सरकारी आंकड़ों के बकौल रोमांच का आनंद पाने की चाह अब देश के पर्यटन प्रेमियों में भी उतनी ही है जितनी की विदेशियों में है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले साल ही सवा दो लाख से अधिक पर्यटक लद्दाख आए थे तो 2018 में यह संख्या 3.27 लाख थी। इनमें एक लाख से अधिे ...
विक्रम बत्रा का जन्म 9 सितंबर 1974 को हिमाचल प्रदेश के पालनपुर में हुआ था.उनके पिता का नाम जीएल बत्रा और मां का नाम कमलकांता बत्रा है. विक्रम बत्रा की शुरूआती पढ़ाई गांव के ही स्कूल में हुई थी. कैप्टन विक्रम बत्रा की आगे की पढ़ाई चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ...