Mann Ki Baat: कारगिल विजय दिवस पर पीएम की खास अपील, कोरोना के खतरे से भी किया आगाह, पढ़ें- मोदी के मन की 10 बड़ी बातें
By रामदीप मिश्रा | Published: July 26, 2020 12:04 PM2020-07-26T12:04:42+5:302020-07-26T12:05:23+5:30
Mann Ki Baat: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजकल युद्ध केवल सीमाओं पर ही नहीं लड़े जाते हैं, देश में भी कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा जाता है और हर एक देशवासी को उसमें अपनी भूमिका तय करनी होती है। पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है। उसने अनेक आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 67वीं बार आमजन से रेडियो कार्यक्रम के जरिए 'मन की बात' (Mann Ki Baat) की बात की है। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में 'मन की बात' की 14वीं कड़ी थी। इसे आकाशवाणी और दूरदर्शन के समूचे नेटवर्क पर प्रसारित किया गया। इस दौरान उन्होंने ‘कारगिल विजय दिवस’ (Kargil Vijay Diwas) का जिक्र किया। आइए जानते हैं नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' की 10 बड़ी बातें...
1- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 'मन की बात' शुरु करते हुए कहा, आज 26 जुलाई है, आज का दिन बहुत खास है। आज ‘कारगिल विजय दिवस’ है। 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था। कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो भारत कभी नहीं भूल सकता। पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मनसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आन्तरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था।
2- उन्होंने कहा, आप कल्पना कर सकते हैं–ऊचें पहाड़ों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेना, हमारे वीर जवान लेकिन जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं, भारत की सेनाओं के ऊंचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई। उस समय, मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है।
3- पीएम ने कहा, मेरा, देश के नौजवानों से आग्रह है कि आज दिन-भर कारगिल विजय से जुड़े हमारे जांबाजों की कहानियां, वीर-माताओं के त्याग के बारे में, एक-दूसरे को बताएं, शेयर करें। मैं,आज सभी देशवासियों की तरफ से हमारे इन वीर जवानों के साथ-साथ, उनकी माताओं को भी नमन करता हूं, जिन्होंने मां-भारती के सच्चे सपूतों को जन्म दिया।
4- उन्होंने कहा, कारगिल युद्ध के समय अटल जी ने लालकिले से जो कहा था, वो आज भी हम सभी के लिए बहुत प्रासंगिक है। अटल जी ने कहा था कि कारगिल युद्ध ने हमें एक दूसरा मंत्र दिया है- ये मंत्र था, कि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले हम ये सोचें कि क्या हमारा ये कदम उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
5- मोदी ने कहा, आजकल युद्ध केवल सीमाओं पर ही नहीं लड़े जाते हैं, देश में भी कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा जाता है और हर एक देशवासी को उसमें अपनी भूमिका तय करनी होती है। पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है, उसने, अनेक आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है। आज हमारे देश में रिकवरी रेट अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है। साथ ही हमारे देश में कोरोना से मृत्यु-दर भी दुनिया के ज्यादातर देशों से काफी कम है।
6- कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। चेहरे पर मास्क लगाना या गमछे का उपयोग करना, दो गज की दूरी, लगातार हाथ धोना, कहीं पर भी थूकना नहीं, साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखना - यही हमारे हथियार हैं जो हमें कोरोना से बचा सकते हैं। मैं आप से आग्रह करूंगा जब भी आपको मास्क के कारण परेशानी फील होती हो, मन करता हो उतार देना है, तो पल-भर के लिए उन डॉक्टर्स का स्मरण कीजिये, उन नर्सों का स्मरण कीजिये, हमारे उन कोरोना वारियर्स का स्मरण कीजिये।
7- पीएम मोदी ने कहा, सकारात्मक सोच से हमेशा आपदा को अवसर में, विपत्ति को विकास में बदलने में मदद मिलती है। हम कोरोना के समय भी देख रहे हैं कि कैसे देश के युवाओं-महिलाओं ने प्रतिभा और हुनर के दम पर कुछ नए प्रयोग शुरू किए हैं। बिहार में कई वूमेन सेल्फ हेल्फ ग्रुप्स ने मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क बनाना शुरू किया है और देखते-ही-देखते ये खूब लोकप्रिय हो गए हैं। ये मधुबनी मास्क एक तरह से अपनी परम्परा का प्रचार तो करते ही हैं। लोगों को स्वास्थ्य के साथ रोजगारी भी दे रहे हैं।
8- मोदी ने कहा, अभी कुछ दिन बाद रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है। मैं इन दिनों देख रहा हू कि कई लोग और संस्थायें इस बार रक्षाबंधन को अलग तरीके से मनाने का अभियान चला रहें हैं। कई लोग इसे वोकल फॉर लॉकल से भी जोड़ रहे हैं और बात भी सही है। 7 अगस्त को नेशनल हेंडलूम डे है। भारत का हेंडलूम, हमारा हेंडलूम अपने आप में सैकड़ों वर्षों का गौरवमयी इतिहास समेटे हुए है।
9- पीएम मोदी ने कहा, सात समुन्द्र पार भारत से हजारों मील दूर एक छोटा सा देश है जिसका नाम है ‘सूरीनाम’। आज सूरीनाम में एक चौथाई से अधिक लोग भारतीय मूल के हैं। क्या आप जानते हैं वहां की आम भाषाओं में से एक ‘सरनामी’ भी ‘भोजपुरी’ की ही एक बोली है। हाल ही में चन्द्रिका प्रसाद संतोखी, ‘सूरीनाम’ के नए राष्ट्रपति बने हैं, उन्होंने 2018 में आयोजित पीआईओ, पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था। मैं चंद्रिका प्रसाद संतोखी को बधाई देता हूं।
10- पीएम ने कहा, इस समय बारिश का मौसम भी है। पिछली बार भी मैंने आप से कहा था कि बरसात में गन्दगी और उनसे होने वाली बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ जाती है इसलिए आप साफ-सफाई पर बहुत ज्यादा ध्यान दें। इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें, आयुर्वेदिक काढ़ा वगैरह लेते रहें। कोरोना संक्रमण के समय में हम अन्य बीमारियों से दूर रहें। हमें अस्पताल के चक्कर न लगाने पड़ें, इसका पूरा ख्याल रखना होगा। मेरा सभी देशवासियों से अनुरोध है कि हम स्वतंत्रता दिवस पर महामारी से आजादी का संकल्प लें। आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लें। कुछ नया सीखने और सिखाने का संकल्प लें। अपने कर्तव्यों के पालन का संकल्प लें।