PM Modi In Delhi: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि रेहड़ी-पटरी वाले साथियों के ठेले, दुकान भले छोटे हों, लेकिन इनके सपने बड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि अतीत में पहले की सरकारों ने इन साथियों की सुध तक नहीं ली, इनको अपमान सहना पड़ता था ...
लालबहादुर शास्त्री, गुलजारीलाल नंदा, मोरारजी भाई देसाई, जीवी मावलंकर, हुमायूं कबीर, ए. के. गोपालन रफी अहमद किदवई, केशवदेव मालवीय, चौधरी ब्रह्मप्रकाश आदि नेताओं को पहले आम चुनाव ने ही संसद सदस्य बनाया। ...
आजाद भारत के पहले आम चुनाव 1951–52 में हुए थे। ये चुनाव कराना कोई आसान काम नहीं था। इस चुनाव को सकुशल संपन्न कराने की जिम्मेदारी देश के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन के कंधो पर थी। ...
देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को लोकसभा में दिये उनके भाषण की बेहद तीव्र निंदा करते हुए कहा कि वो अपने सबसे 'खराब स्थिति' में हैं। ...
राज्यसभा में प्रारंभ में विशिष्ट लोगों को मनोनीत करने का उद्देश्य सदन के बौद्धिक स्तर को बढ़ाना था। अब मनोनयन के माध्यम से विचारधारात्मक संदेश दिया जाता है तथा इसमें ग्लैमर, जाति और दलगत संबद्धता के भी आयाम होते हैं। ...
सैम पित्रोदा के एक्स अकाउंट से एक पोस्ट में कहा गया कि संविधान के निर्माण और इसकी प्रस्तावना में सबसे ज्यादा योगदान किसका था? पित्रोदा ने खुद ही इसका जवाब देते हुए कहा कि ये नेहरू थे न कि आंबेडकर। ...