गुड़ी पड़वा (Gudi Padwa) का पर्व सदियों से महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और गोवा सहित दक्षिण भारतीय राज्यों में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा का त्यौहार 'नवसंवत्सर' (Navansvatsar) के रूप में पूरे देश भर में मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इस पर्व को लेकर खास मान्यताएं हैं। गुड़ी ध्वज यानि झंडे को कहा जाता है और पड़वा, प्रतिपदा तिथि को। हिन्दु धर्म के अनुसार, इस दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था। Read More
Chaitra Navratri 2019: देवी के इस रूप को 'ब्रह्मचारिणी' के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं देवी से जुड़ी पौराणिक कथा, पूजा विधि एवं जानें किस मंत्र के जाप से देवी प्रसन्न होती हैं। ...
चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा का त्यौहार मनाया जाता है। इसी तिथि से चैत्र नवरात्र और हिन्दू नववर्ष शुरू होता है। इस वर्ष के राजा शनि होने से गलत काम करने वालों के लिए परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़ेंगी। ...
हमें अपनी संस्कृति को सहेजने हेतु त्यौहारों को मूल भावना के साथ मनाना चाहिए. शुभ कार्य की शुरुआत तथा वाहन खरीदी, गहनों की खरीदी, नए वास्तु का मुहूर्त, किसी विशेष कार्य की पूजा-अर्चना इस दिन करना शुभ होता है. ...
इस शुभ त्यौहार के अवसर पर लोग पूरन पोली, श्रीखंड, आम पना, गुलाब जामुन, पुड़ी सहित और भी कई स्वादिष्ट पकवान गुड़ी पड़वा का आनंद लेने के लिए बनाते हैं । ...
गुडी पडवा (उगादी) रंगोली डिजाईन : गुड़ी ध्वज यानि झंडे को कहा जाता है और पड़वा, प्रतिपदा तिथि को। हिन्दु धर्म में ऐसा माना जाता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था। ...
Hindu Nav Varsh 2019: "परिधावी " नामक नव संवत्सर का आरम्भ 6 अप्रैल 2019 दिन शुक्रवार की दोपहर में 01 बजकर 36 मिनट के बाद ही हो रहा है तथापि सूर्य सिद्धान्त पर आधारित गणना के आधार पर उदया तिथि को ही नव संवत्सर की शुरुआत मानी जाती है, इसी कारण 6 अप्रैल ...