बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह बैसाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था Read More
हिन्दू धर्म के अनुसार जो जातक बुद्ध अष्टमी का व्रत रखते हैं उन्हें मृत्यु के बाद नरक नहीं जाना पड़ता। लोककथा की मानें तो माना ये भी जाता है कि बुद्ध अष्टमी का व्रत रखने से इंसानों के सभी पाप कट जाते हैं। ...
रोहिणी व्रत में रोहिणी नक्षत्र का मुख्य स्थान होता है। इस दिन भगवान वासुपूज्य की पूजा की जाती है। साथ ही 3, 5 और 7 सालों के लिए इस व्रत को रखना पड़ता है। ...
पंचांग के अनुसार 18 मई की सुबह 4 बजकर 10 मिनट पर पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी जो कि अगले दिन यानी रविवार 19 मई की सुबह 2 बजकर 41 मिनट तक मान्य है। 18 मई को सूर्य उदय से बुद्ध मुर्निमा का पर्व पारंभ हो जाएगा। ...
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख मास की पूर्णिमा तिथि को बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध यानी भगवान बुद्ध ने जन्म लिया था। भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का ही अवतार माना जाता है। इसलिए भारत में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। ...