भारत में राष्ट्रपिता और महात्मा के नाम से पुकारे जाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। गुजरात से ही शुरुआत पढ़ाई करने के बाद उन्होंने ब्रिटेन से बैरिस्टरी की पढ़ाई की। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका जाकर बैरिस्टर बन गए। वहां रहने के दौरान उन्होंने वहां रहने वाले हिन्दुस्तानी और अफ्रीकी लोगों की भी मदद की और छुआछूट से संबंधित कई मसलों पर लड़ाई लड़ी। साल 1915 में भारत लौटने के बाद वह पूरी तरह से स्वतंत्रता आंदोलन में कूद गए। इसके बाद नमक आंदोलन, दांडी यात्रा, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, स्वेदेसी आंदोलन जैसे अहिंसा वाले आंदोलनों से उन्होंने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। लेकिन देश की आजादी में उनके योगदानों के लिए उनके जन्मदिन को भारतवर्ष में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के रूप में मनाई जाती है। Read More
Gandhi Jayanti 2023: ‘‘खादी हमारी धरोहर और विरासत का प्रतीक है। आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर नई दिल्ली स्थित 'खादी स्टोर' से खादी के वस्त्र खरीदे।’’ ...
महात्मा गांधी को पांच नोबेल शांति पुरस्कार नामांकन प्राप्त हुए। ये नामांकन वर्ष 1937, 1938, 1939, और 1947 में और 1948 में उनकी हत्या से कुछ समय पहले हुए थे। ...
अक्षय कुमार स्काई फोर्स में नजर आएंगे, जो 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के आसपास आधारित है। यह 'भारत की पहली एयर स्ट्राइक की सच्ची कहानी' पर आधारित है। ...
देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती देशभर में मनाई जा रही है। ऐसे में उन्हें देश श्रद्धासुमन अर्पित करता है और सभी नेता नई दिल्ली के विजय घाट उन्हें नमन करने जाते हैं। ...
गांधीजी के लिए जन्मदिन सामान्य दिनों की तरह होता था, वह उस दिन भी अपने काम में लगे रहते थे. पर 2 अक्तूबर, 1947 को वे बहुत निराश और असहाय थे. देश के बंटवारे से वे बहुत निराश थे. मृत्यु उनके मन पर बहुत हावी थी. ...
महात्मा गांधी जब पहली बार 12 मार्च 1915 को राजधानी दिल्ली आए तो सेंट स्टीफंस कॉलेज में ठहरे थे। दिल्ली प्रवास के दौरान सेंट स्टीफंस कॉलेज में रुकने का आग्रह उनके करीबी सहयोगी दीनबंधु सीएफ एंड्रयूज ने किया था। ...