कोवाक्सिन (Covaxin) भारत का पहला संभावित स्वदेशी Covid-19 वैक्सीन है, जिसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। कोरोना वायरस की पहली स्वदेशी वैक्सीन COVAXIN का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है। Read More
सीडीएससीओ की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति ने हालांकि, दो से 11 वर्ष के आयु के बच्चों के बीच कोवैक्सीन के उपयोग के लिए भारत बायोटेक से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए), उसके आवेदन की समीक्षा के लिए अधिक आंकड़ा मांगा है। ...
जॉन हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख और मेडिसिन की प्रोफेसर अमित गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक सभी का टीकाकरण नहीं हो जाता है कोई कोविड से सुरक्षित नहीं है। ...
भारत में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन का बूस्टर डोज आज से सभी व्यस्क लगवा सकते हैं। फिलहाल ये सुविधा प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर पर उपलब्ध होगी। इसके लिए 225 रुपये चुकाने होंगे। ...
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को कहा कि उसने भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन की संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के माध्यम से आपूर्ति को निलंबित कर दिया है, ताकि निर्माता को सुविधाओं को अपग्रेड करने और निरीक्षण में पाई गई कमियों को दूर करने की ...
द वायर के खिलाफ भारत बायोटेक ने 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा किया था जिस पर फैसला सुनाते हुए रंगा रेड्डी जिला न्यायालय में एक अतिरिक्त जिला न्यायाधीश ने आदेश पारित किया। ...
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य सरकारों को पत्र लिखकर 15 से 18 वर्ष के सभी बच्चों को वैक्सीन की दूसरी डोज जल्द से जल्द देने की अपील की है। ...