हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी दिवाली से ठीक 6 दिन बाद छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। हर साल अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच यह पर्व पड़ता है। छठ पूजा को मुख्य रूप से बिहार के लोग ही मनाते हैं। बिहार के बाद पड़ोसी देश नेपाल में भी यह पर्व बड़े आयोजन के साथ मनाया जाता है। धीरे धीरे इस पर्व की प्रसिद्धि के साथ यह पर्व उत्तर भारत के कई राज्यों में मनाया जा रहा है। छठ पूजा में सूर्य देव, छठ मैया और पवित्र नदियों का विशेष महत्व होता है। Read More
Chhath Vrat Ke Niyam: छठ का पर्व आस्था का पर्व है, जिसमें सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना की जाती है। छठ में सबसे पहले नहाया खाय, फिर खरना और इसके बाद तीसरे दिन ढलते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है। ...
बिहार में इस पर्व को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है. छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्यदेव की उपासना का पर्व है. गंगा घाटों व पवित्र नदियों में लाखों की तादाद में व्रती अर्घ्य देते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार छठ को सूर्य देवता की बहन हैं. ...
यह गाना खेसारी लाल यादव पर ही फिल्माया गया है, जिसमें वे हाथों में सूप लिए पूजा करते दिखाई दे रहे हैं। गाने के बोल हैं... उगी भइल अरघ के बेर। इस गाने में म्यूजिक और आवाज खुद खेसारी लाल यादव ने ही दी है। ...
छठ के पहले दिन यानी नहाय खाय में भक्त गंगा या किसी पवित्र नदीं में स्नान करते हैं। इसके बाद अपने लिए पूरा खाना तैयार करते हैं। लौकी-भात और चना की दाल खाते हैं। ...
छठ का पर्व आस्था का पर्व है, जिसमें सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना की जाती है। छठ में सबसे पहले नहाया खाय, फिर खरना और इसके बाद तीसरे दिन ढलते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है। ...
रेलगाड़ियों की सुचारु आवाजाही के लिए अधिकारियों को आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात किया गया है। इसमें कहा गया है कि स्टेशनों पर रेलगाड़ियों के आगमन और प्रस्थान की सूचना देने के लिए अतिरिक्त उपाए भी किए गए हैं। ...
इस साल छठ का ये पर्व 31 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। जो दो नवंबर तक चलेगा। सूर्य देव और छठी मईया की पूजा को हिन्दू धर्म के कुछ सबसे कठिन व्रतों में भी गिना जाता है। ...