हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी दिवाली से ठीक 6 दिन बाद छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। हर साल अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच यह पर्व पड़ता है। छठ पूजा को मुख्य रूप से बिहार के लोग ही मनाते हैं। बिहार के बाद पड़ोसी देश नेपाल में भी यह पर्व बड़े आयोजन के साथ मनाया जाता है। धीरे धीरे इस पर्व की प्रसिद्धि के साथ यह पर्व उत्तर भारत के कई राज्यों में मनाया जा रहा है। छठ पूजा में सूर्य देव, छठ मैया और पवित्र नदियों का विशेष महत्व होता है। Read More
Happy Chhath Puja 2019 Wishes, Images and Quotes: छठ का पर्व आस्था का पर्व है, जिसमें सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना की जाती है। छठ में सबसे पहले नहाया खाय, फिर खरना और इसके बाद तीसरे दिन ढलते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है। ...
सामा चकेवा उत्सव कार्तिक शुक्ल पक्ष से सात दिन बाद शुरू होता है. आठ दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है और नौवें दिन बहने अपने भाइयों को धान की नयी फसल की चुडा एवं दही खिला कर सामा चकेवा के मूर्तियों को तालाबों में विसर्जित कर देते हैं. ...
Kharna Puja Vidhi: ध्यान में रखने वाली बात ये है कि इन सभी प्रसाद को मिट्टी के चूल्हे पर बनाया जाता है। क्योंकि माना जाता है कि छठ पर्व पर नया मिट्टी का चूल्हा ही सबसे शुद्ध और साफ होता है। ...
छठ के पहले दिन यानी नहाय खाय में भक्त गंगा या किसी पवित्र नदीं में स्नान करते हैं। इसके बाद अपने लिए पूरा खाना तैयार करते हैं। लौकी-भात और चना की दाल खाते हैं। ...