विशेषज्ञों और जानकारों की मानें तो यह शासन-सत्ता की नाकामी छिपाने का महज बहाना है क्योंकि लीची खाने से बीमारी होने का कोई उदाहरण सामने नहीं आया है। खास तौर पर जिन बच्चों की मौत हुई है, उनमें कोई वायरस नहीं पाया गया है बल्कि शुगर और सोडियम की कमी पाई ...
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एईएस की वजह से हुई मौंतों का ताजा आंकड़ा 113 तक पहुंच गया है। ये मौतें श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) तक पहुंच चुकी है। ...
स्वास्थ्य लाभ के बाद 118 बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है । वहीं निजी केजरीवाल अस्पताल में मंगलवार की रात से एईएस पीड़ित दो और बच्चे भर्ती कराए गए। बीते 24 घंटे में इस अस्पताल में एईएस से किसी भी बच्चे की मौत होने की खबर नहीं है। ...
तेजस्वी के एईएस :चमकी बुखार: से बिहार में 117 बच्चों की मौत हो जाने पर भी राजद नेता की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आने के बारे में पूछे जाने पर रघुवंश ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि तेजस्वी कहां हैं। ...
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदिर से पुजारी के मार्गदर्शन में यह यज्ञ चल रहा है. लोगों का मानना है कि बच्चों को बीमारी से बचाने में डॉक्टर नाकाम हो रहे हैं. ऐसे में बच्चों को दवा के साथ साथ अब दुआ की भी जरूरत है, इसे देखते हुए ही पूजा अराधना चल रही है. ...
दिल्ली उच्च न्यायालय उत्तर पश्चिम दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में एक ऑटो रिक्शा चालक और उसके बेटे की पुलिस द्वारा कथित तौर पर पिटाई किए जाने के मामले में स्वतंत्र सीबीआई जांच का अनुरोध करने वाली एक जनहित याचिका पर सुनवाई के लिए बुधवार को राजी हो गया। ...
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसी हॉस्पिटल के आईसीयू में डॉक्टरों और स्टाफ को रोककर अंजना ओम कश्यप सवाल-जवाब करने पर ट्विटर यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बिहार में मासूमों पर 'चमकी बुखार' यानि एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) का कहर जारी है। ...
बिहार एक्यूट इनसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार के प्रकोप से जूझ ही रहा है कि अब डायरिया के रूप में एक नई मुसीबत लोगों के सामने खड़ी हो गई है. नालंदा जिले के राजगीर प्रखंड के जत्ती भगवानपुर गांव में डायरिया के चलते 85 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं. ...