इंसेफेलाइटिस: बेअसर होती दवाओं के बीच लोग ले रहे दुआओं का सहारा, पुजारियों के मार्गदर्शन में की जा रही पूजा-अर्चना
By एस पी सिन्हा | Published: June 19, 2019 07:49 PM2019-06-19T19:49:15+5:302019-06-19T19:49:15+5:30
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदिर से पुजारी के मार्गदर्शन में यह यज्ञ चल रहा है. लोगों का मानना है कि बच्चों को बीमारी से बचाने में डॉक्टर नाकाम हो रहे हैं. ऐसे में बच्चों को दवा के साथ साथ अब दुआ की भी जरूरत है, इसे देखते हुए ही पूजा अराधना चल रही है.
बिहार में जारी इंसेफेलाइटिस के कहर के बीच जिंदगी के लिए मौत से जंग में दवाओं को बेअसर होते देख लोग अब दुआओं का भी सहारा ले रहे हैं. मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में बच्चों की सलामती के लिए अब पूजा व हवन का आयोजन किया जा रहा है. अस्पताल परिसर स्थित मंदिर में स्थानीय लोगों ने बच्चों की सलामती के लिए हवन यज्ञ शुरु कर दिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदिर से पुजारी के मार्गदर्शन में यह यज्ञ चल रहा है. लोगों का मानना है कि बच्चों को बीमारी से बचाने में डॉक्टर नाकाम हो रहे हैं. ऐसे में बच्चों को दवा के साथ साथ अब दुआ की भी जरूरत है, इसे देखते हुए ही पूजा अराधना चल रही है. आयोजकों का मानना है कि वो भगवान से बारिश के लिए भी दुआएं कर रहे हैं ताकि जल्द से जल्द बारिश हो और तापमान गिरे ताकि मौत का सिलसिला थमे.
पूजा के आयोजकों का कहना है कि हर साल बारिश के साथ एईस का प्रकोप थमता रहा है. यहां उल्लेखनीय है कि बिहार में एईएस से अब तक एक-एक कर 146 मासूमों की मौत हो चुकी है. जबकि बीमार बच्चों की संख्या पांच सौ के पार चला गया है. एसकेएमसीएच के अधीक्षक के अनुसार आज भी कई मरीज भर्ती किए गए हैं और पल-पल आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है.