संसद का बजट सत्र आज यानि 31 जनवरी को शुरू हो रहा है. एक फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट पेश किया जाएगा. बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक और दूसरा चरण दो मार्च से तीन अप्रैल तक चलेगा. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करेंगी. विश्लेषकों को उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था में जारी नरमी को देखते हुए सरकार इस बजट में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उपायों की घोषणा कर सकती है. Read More
यह कवर रिजर्व बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम (डीआईसीजीसी) प्रदान करती है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि जमाकर्ताओं को संरक्षण देने की दृष्टि से यह कदम उठाया गया है। ...
राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे ने कहा कि लाभांश कर उसका भुगतान करने वाली कंपनियों के बजाए उसे प्राप्त करने वालों पर लगाना सबसे न्यायोचित है क्यों कि इस स्थिति में कर की दर प्राप्तकर्ता की कुल आय के स्लैब के अनुसार लागू होती है। ...
विश्लेषकों का मानना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट काफी कुछ विनिवेश प्राप्ति पर टिका है। जबकि चालू वित्त वर्ष के दौरान इस मोर्चे पर सरकार को असफलता हाथ लगी जिसकी वजह से राजकोषीय घाटा 3.3 प्रतिशत के बजट अनुमान से बढ़कर 3.8 प्रतिशत पर पहुंच ...
निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2020 को लोकसभा में अपने बजट भाषण के दौरान एलआईसी की हिस्सेदारी इनिशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) के रास्ते बेचने की सरकार की योजना की घोषणा थी। ...
अगर अर्थव्यवस्था को गति देना है तो बाजार में मांग बढ़ाना जरूरी है. मांग बढ़ने से ही उत्पादों की बिक्री होती है, फिर उत्पादन होता है जिसमें रोजगार भी मिलता है, निर्यात होता है तथा बैंकों का कर्ज और वापसी का चक्र चलता है. निर्मला सीतारमण की समस्या यह ...
मुद्रा बाजार कारोबारियों के आम बजट 2020-21 से निराश होने के चलते शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 34 पैसे टूटकर 71.66 पर खुला। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रसार के बढ़ते डर और राजकोषीय घाटा लक्ष्य से ...
ऐसा लगता है कि चीन के साथ मोदी का लचीलापन खत्म हो गया है और मीठी-मीठी बातों को छोड़कर वह कोरोना वायरस का पूरा फायदा उठाने का फैसला किया है क्योंकि दुनिया उसके साथ कारोबार को निलंबित कर रही है. ...