नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन हो गया है। (Madhya Pradesh Governor Lalji Tandon Death) लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन ने इस बात की जानकारी मंगलवार (21 जुलाई) की सुबह दी। लालजी टंडन को सोमवार वेंटिलेटर पर रखा गया थ। वह जून के शुरुआती हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थे। वह लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती थे। लालजी टंडन के निधन से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी दुखी हैं। स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर लिखा है, मैं लालजी टंडन के निधन के बारे में सुनकर दुखी हूं। बाबू जी की विचारधारा ने कई युवाओं को रास्ता दिखाया है। उनके परिवार वालों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने लिखा है, ''महामहिम राज्यपाल लालजी टंडन के दुखद निधन के समाचार सुन कर बेहद दुख हुआ। भाजपा/संघ की सेवा भावी चरित्र की पीड़ी अब समाप्त होती जा रही है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। टंडन जी के परिवार जनों को मेरी संवेदनाएं।
लालजी टंडन के किडनी और लिवर फंक्शन में थी दिक्कत
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून 2020 को सांस लेने में दिक्कत, बुखार और मूत्र में दिक्कत के बाद कारण लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लालजी टंडन की तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया था।
लालजी टंडन का 13 जून को ऑपरेशन किया गया था। हालत ज्यादा गंभीर होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। मेदांता अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने मीडिया को बताया कि लालजी टंडन के किडनी फंक्शन में दिक्कत थी। ऐसे में डायलिसिस करनी पड़ रही थी। अब लिवर फंक्शन में भी दिक्कत शुरू हो गई थी। इन्ही वजहों से उनका निधन हुआ।
लालजी टंडन का राजनीतिक सफर
लालजी टंडन का जन्म 12 अप्रैल 1935 को लखनऊ के चौक गांव में हुआ था। लालजी टंडन भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे। लालजी टंडन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी माने जाते थे। लालजी टंडन बीएसपी-बीजेपी गठबंधन और कल्याण सिंह सरकार में मंत्री भी रहे है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत खराब हो जाने के बाद लालजी टंडन को 2009 में लखनऊ लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया था। जिसमें वह विजयी हुए थे। 23 अगस्त 2018 को लालजी टंडन बिहार के राज्यपाल बने थे और उसके बाद 29 जुलाई 2019 को उन्हें मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था। लालजी टंडन कई बार विधानसभा सदस्य और विधान परिषद के सदस्य रहे थे।