पटना,9 जनवरी। नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में लगातार फरार चल रहे बिहार के भोजपुर जिले के संदेश के पूर्व विधायक अरुण यादव पर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता दिख रहा है। बिहार पुलिस ने अरुण यादव की करोडों की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव ईडी को भेजा है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जल्द ही पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
बिहार पुलिस ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट(पीएमएमए) के तहत अरूण यादव की 4.53 करोड की संपत्ति को जब्त करने का प्रस्ताव ईडी को भेजा है। जिसमें जमीन-मकान मिलाकर कुल 34 संपत्तियों का जिक्र किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अरूण कुमार का एक बैंक खाता को भी फ्रीज किया गया है, जिसमें करीब 5.5 लाख रुपए जमा है. हालांकि कागज पर उनकी इन संपत्तियों की जितनी कीमत दर्शायी गई है, वास्तव में इनका बाजार मूल्य इससे कहीं ज्यादा है।
अधिकतर जमीन भोजपुर जिले के अगियांव प्रखंड में है। जबकि पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी में भी एक मकान है। अरुण यादव लम्बे समय से फरार हैं। उन पर नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप है। फरारी के दौरान ही भोजपुर पुलिस ने कुर्की जब्ती की कार्रवाई की थी। हालांकि तमाम कोशिशों के बावजूद अरुण यादव अबतक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है।
बताया जाता है कि उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं। कई वर्ष पूर्व अरुण यादव को एसटीएफ ने बिहटा व कोइलवर के बीच गिरफ्तार किया था। उस वक्त अरुण पर 25 हजार का इनाम घोषित था। अरूण यादव की फरारी के कारण राजद ने उनकी पत्नी किरण देवी को चुनावी मौदान में उतारा था, जहां वह जितने में सफल रहीं। अब अरुण यादव की पत्नी अभी राजद की विधायक हैं। किरण देवी को राजद ने उसी संदेश विधानसभा से विधायक का टिकट दिया था, जहां से अरुण यादव विधायक रहे थे।