List Of Cancelled Trains Jammu And Kashmir Flash Floods: उत्तर रेलवे ने जम्मू कश्मीर में भारी बारिश से हुई तबाही के मद्देनजर बुधवार को जम्मू और कटरा स्टेशनों से आने-जाने वाली 58 ट्रेनों को रद्द कर दिया जबकि 64 ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर बीच में ही रोक दिया गया। एक दिन के निलंबन के बाद रेल यातायात बुधवार सुबह कुछ समय के लिए बहाल हुआ और जम्मू से छह ट्रेन रवाना हुईं। अधिकारियों ने बताया कि चक्की नदी क्षेत्र में बाढ़ और मिट्टी के कटाव के कारण यातायात फिर से रुक गया है। उत्तर रेलवे, जम्मू मंडल के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने बताया, ‘‘चक्की नदी में अचानक आई बाढ़ और मिट्टी के भारी कटाव के कारण, जम्मू मंडल में रेल यातायात अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है।
अगली सूचना तक ट्रेनें रद्द रहेंगी या उन्हें बीच में समाप्त कर दिया जाएगा।’’ जम्मू क्षेत्र में पिछले 38 घंटों से भारी बारिश हो रही है जिसके कारण बाढ़ आने, भूस्खलन, पुल एवं सड़कें क्षतिग्रस्त होने और आवासीय एवं कृषि क्षेत्र जलमग्न हो जाने की वजह से कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। जम्मू में पिछले कई दशकों में हुई यह सर्वाधिक बारिश है।
जम्मू में रिकॉर्ड बारिश के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 36 हुई
जम्मू-कश्मीर में पिछले दो दिनों में रिकॉर्ड बारिश के बाद संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई, जिनमें से अधिकतर लोग वैष्णो देवी मार्ग पर हुए भूस्खलन की चपेट में आ गए। बुधवार को बारिश से कुछ राहत मिलने के बाद राहत कार्यों में तेज़ी आई। जम्मू क्षेत्र में उफनती नदियों के जलस्तर में कमी आने के बीच अनंतनाग और श्रीनगर में झेलम नदी का जलस्तर बाढ़ की चेतावनी के निशान को पार कर गया तथा कई रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया। अधिकारियों ने निवासियों को आश्वस्त किया है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश में जलाशयों में बाढ़ के कारण कई प्रमुख पुलों, घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों सहित सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र में दूरसंचार सेवाएं 22 घंटे से ज़्यादा समय तक बंद रहने के बाद आंशिक रूप से बहाल कर दी गईं। वहीं, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला स्थिति का जायजा लेने के लिए श्रीनगर से जम्मू पहुंचे।
वैष्णो देवी में भूस्खलन की घटना में बचावकर्मियों द्वारा मलबे से और शव निकाले जाने के बाद, हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में पर्वतीय क्षेत्र में स्थित वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर एक दिन पहले भूस्खलन हुआ था।
अधिकारियों ने कहा कि लगातार और भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज हो रहा है। जम्मू में बुधवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1910 में शीतकालीन राजधानी में वेधशाला की स्थापना के बाद से 24 घंटे की अवधि में सबसे अधिक बारिश है।
कश्मीर घाटी में भी रात भर भारी बारिश हुई, जहां झेलम नदी अनंतनाग जिले के संगम में 21 फुट और श्रीनगर के राम मुंशी बाग में आज सुबह 18 फुट के निशान को पार कर गई। मंगलवार को डोडा जिले में तीन महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह सभी की सुरक्षा और उनके कुशल होने की प्रार्थना करते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर भूस्खलन के कारण लोगों की जान जाने की खबर दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।’’
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया है और जम्मू-कश्मीर के लोगों को सहायता प्रदान करने के उनके आश्वासन के लिए आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को बारिश रुकने से उन्हें थोड़ी राहत मिली है।
उन्होंने कहा, ‘‘कल की तुलना में, आज (बुधवार) बारिश रुकने से हमें थोड़ी राहत मिली है। निचले इलाकों में पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है।’’ अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के बाढ़ग्रस्त इलाकों से 10,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में जम्मू क्षेत्र के अधिकतर हिस्सों में लगातार बारिश जारी रही और तवी, चिनाब, उझ, रावी और बसंतर सहित लगभग सभी नदियों में पानी का स्तर खतरे के स्तर से कई फुट ऊपर है।
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि जम्मू कश्मीर में बारिश के नए रिकॉर्ड बने हैं तथा मंगलवार सुबह 8:30 बजे से 24 घंटों में उधमपुर में 629.4 मिमी और जम्मू में 296 मिमी बारिश हुई है, जो अभूतपूर्व है आईएमडी के अनुसार, मंगलवार सुबह 8:30 बजे से बुधवार सुबह 8:30 बजे के बीच हुई बारिश ने जुलाई 2019 में उधमपुर में 342 मिमी और अगस्त 1973 में जम्मू में 272.6 मिमी बारिश के पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए।
पंजाब में भारी बारिश के कारण 18 ट्रेन रद्द
पंजाब में भारी बारिश और बाढ़ के कारण रेलवे ने नयी दिल्ली-कटरा वंदे भारत सहित 18 ट्रेन रद्द कर दी हैं। यहां एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। रद्द की गई अन्य ट्रेन में कटरा- सूबेदारगंज एक्सप्रेस, उधमपुर-पठानकोट एक्सप्रेस, कटरा-नयी दिल्ली एक्सप्रेस, जम्मू तवी-वाराणसी एक्सप्रेस, कटरा-ऋषिकेश एक्सप्रेस और कालका-कटरा एक्सप्रेस भी शामिल हैं।
अंबाला मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक नवीन कुमार झा ने बताया कि पंजाब की चक्की नदी में मिट्टी के कटाव के कारण डाउन लाइन प्रभावित है। झा ने बताया कि पठानकोट से कंदरोड़ी (हिमाचल प्रदेश) तक पटरियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं और इन ट्रेन के रद्द होने से जम्मू मार्ग सबसे अधिक प्रभावित होगा।
उन्होंने कहा कि ये ट्रेन अगले आदेश तक रद्द रहेंगी और आरक्षित यात्रियों को एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा। झा ने बताया कि रेलवे सभी यात्रियों को टिकट की पूरी रकम वापस करेगा। उफनती नदियों और लगातार हो रहीं बारिश के कारण पंजाब के कई जिलों के विभिन्न गांव और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं।
उत्तर बंगाल में 29 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका
पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में अगले दो दिन में भारी बारिश की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी। आईएमडी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बने कम दबाव के क्षेत्र का राज्य पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इसमें कहा गया कि उप-हिमालयी (उत्तर बंगाल) जिलों दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में 29 अगस्त तक भारी बारिश होने की आशंका है। आईएमडी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों के कई स्थानों पर 30 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है तथा एक या दो स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली गिरने का भी अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा कि कोलकाता में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे बृहस्पतिवार तक बंगाल की खाड़ी के उत्तर और पश्चिम-मध्य तथा ओडिशा तट के आसपास गहरे समुद्र में न जाएं।
विभाग ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में राज्य में सबसे अधिक 100 मिमी बारिश बारोबिशा में हुई जबकि अन्य स्थानों में रैडक टी एस्टेट (70 मिमी), बीच टी गार्डन (60 मिमी) और फलकाटा (50 मिमी) में काफी अधिक बारिश हुई।