जूनागढ़:गुजरात के जूनागढ़ जिले में एक दरगाह को गिराए जाने के नोटिस के बाद बवाल मच गया। दरगाह के अवैध अतिक्रमण को हटाने को लेकर विरोध कर रही भीड़ द्वारा देर रात पथराव किया गया। इस पथराव के कारण इलाके में तनाव का माहौल हो गया।
घटनास्थल से झड़पों का तस्वीर समाने आई है जहां भीड़ द्वारा सरकारी कर्माचरियों और पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाया जा रहा है। इस पथरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, उपद्रवियों द्वारा शुक्रवार को पुलिस बल पर पथराव किया गया। इस वारदात में लिप्त पुलिस ने करीब 174 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस इन लोगों से मामले में पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि पत्थरबाजों ने पुलिस की गाड़ी को अपना निशाना बनाया और पथराव के साथ इसमें आग लगा दी। इस हमले में पुलिस उपाधीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये।
इस घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे शुक्रवार रात दरगाह के पास 200 से 300 लोग इकट्ठा हुए हैं और अवैध निर्माण को हटाने आई नगर निगम की टीम और पुलिस पर पथराव कर रहे हैं।
पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
जानकारी के मुताबिक, हिंसा कर रहे लोगों को काबू में करने और पथराव को रोकने के लिए पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले भीड़ पर दागे। जूनागढ़ नगर निगम के अधिकारी मजेवाड़ी गेट के सामने दरगाह के बाहर विध्वंस का नोटिस लगाने पहुंचे थे।
नागरिक निकाय के नोटिस में कहा गया है कि धार्मिक संरचना अवैध रूप से बनाई गई थी। अधिकारियों ने सबूत पेश करने के लिए पांच दिनों की समय सीमा दी कि दरगाह को कानूनी तरीके से बनाया गया था अन्यथा इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा, यह कहते हुए कि प्रबंधन को इसका खर्च वहन करना होगा।
बता दें कि घटना बीती रात 9 बजे की है । जब भीड़ दरगाह के पास एकत्रित हुई और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जैसे ही हिंसा भड़की, स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों को इलाके में भेजा गया। फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है।