मोतिहारीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को एक खुले वाहन में सवार होकर बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में अपने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। इस बीच चुनाव से पहले बिहार को एक और तोहफा दिया। 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास हुआ है। मैं आप सभी को और सभी बिहारवासियों को इन विकास परियोजनाओं की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भाजपा के प्रतीक के तौर पर देखे जाने वाले भगवा रंग में रंगा वाहन फूलों से सजा हुआ था। जैसे ही प्रधानमंत्री कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, भीड़ “मोदी! मोदी!” के नारे लगाने लगी।
हमें मोतिहारी को मुंबई की तरह विकसित बनाना होगा। पूर्वी भारत के समग्र विकास के लिए 'विकसित बिहार' जरूरी है। बिहार में राजद-कांग्रेस शासन के दौरान विकास कोसों दूर हुआ करता था। राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने कभी बिहार के गरीब लोगों की भलाई के बारे में नहीं सोचा। पिछले 45 दिन में सरकार ने बिहार में 24,000 स्वयं सहायता समूहों को 1,000 करोड़ रुपये जारी किए।
उन्होंने लोगों की ओर हाथ हिलाकर और हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में एकजुटता प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद थे।
चंपारण, औरंगाबाद, गया जी, जमुई जैसे जिलों को वर्षों तक पीछे रखने वाला माओवाद आज अंतिम सांसे गिन रहा है। जिन इलाकों पर माओवाद का काला साया था, आज वहां के नौजवान बड़े सपने देख रहे हैं। हमारा संकल्प है कि हम भारत को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करके रहेंगे।
भाजपा और NDA का विजन है, जब बिहार आगे बढ़ेगा, तभी देश आगे बढ़ेगा और बिहार तब आगे बढ़ेगा जब यहां का युवा आगे बढ़ेगा। हमारा संकल्प है - समृद्ध बिहार, हर युवा को रोजगार! बिहार के नौजवानों को बिहार में ही रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके मिलें, इसके लिए बीते वर्षों में यहां तेजी से काम हुआ है।
नीतीश जी की सरकार ने यहां लाखों युवाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ सरकार में नियुक्ति भी दी है और नीतीश जी ने अभी बिहार के नौजवानों के रोजगार के लिए नए निश्चय भी लिए हैं। केंद्र सरकार कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दे रही है। आज बिहार आगे बढ़ रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ी ताकत बिहार की माताओं बहनों की है।
NDA द्वारा उठाए जा रहे एक-एक कदम का महत्व बिहार की माताएं-बहनें अच्छी तरह समझती हैं। गौरतलब है कि हाल के दिनों में प्रधानमंत्री कई मौकों पर बिहार में अपने कार्यक्रमों के स्थलों पर खुले वाहन में सवार होकर पहुंचे हैं। ये धरती चंपारण की धरती है। इस धरती ने इतिहास बनाया है। आजादी के आंदोलन के इस धरती ने गांधी जी को नई दिशा दिखाई।
अब इसी धरती की प्रेरणा बिहार का नया भविष्य भी बनाएगी। 21वीं सदी में दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। एक समय जो ताकत केवल पश्चिमी देशों के वास होती थी, उसमें अब पूरब के देशों का दबदबा और भागीदारी बढ़ रही है। पूरब के देश अब विकास की नई रफ्तार पकड़ रहे हैं। जैसे दुनिया में पूर्वी देश विकास की दौड़ में आगे जा रहे हैं, वैसे ही भारत में ये दौर हमारे पूर्वी राज्यों का है।
RJD और कांग्रेस के राज में गरीब को ऐसे पक्के घर मिलना असंभव था। जिन लोगों के राज में लोग अपने घरों में रंग-रोगन तक नहीं करवाते थे, डरते थे कि अगर रंग-रोगन हो गया तो पता नहीं कि मकान मालिक को ही उठवा लिया जाए। पिछले 11 वर्षों में पीएम आवास योजना के तहत देश में गरीबों के लिए 4 करोड़ से भी ज्यादा घर बनाए गए हैं। इनमें से करीब 60 लाख घर अकेले बिहार में बने हैं।
हमारे अकेले मोतिहारी जिले में ही 3 लाख के करीब गरीब परिवारों को पक्के घर मिलें हैं और गिनती लगातार बढ़ रही है। बिहार असंभव को भी संभव बनाने वाले वीरों की धरती है। आप लोगों ने इस धरती को RJD और कांग्रेस की बेड़ियों से मुक्त किया, असंभव को संभव बनाया। उसी का परिणाम है कि आज बिहार में गरीब कल्याण को योजनाएं सीधे गरीबों तक पहुंच रही है।
आज की पीढ़ी को जानना जरूरी है कि बिहार दो दशक पहले किस तरह हताशा में डूबा हुआ था। RJD और कांग्रेस के राज में विकास पर ब्रेक था, गरीब का पैसा गरीब तक पहुंचना असंभव था। जो शासन में थे, उनमें बस यही सोच थी कि कैसे गरीब के हक का पैसा लूट लें। पूर्वी भारत को आगे बढ़ाने के लिए हमें बिहार को विकसित बिहार बनाना है।
आज बिहार में इतनी तेजी से काम इसलिए हो रहा है, क्योंकि केंद्र और राज्य में बिहार के लिए काम करने वाली सरकार है। जब केंद्र में कांग्रेस और RJD की सरकार थी, तो UPA के 10 साल में बिहार को सिर्फ 2 लाख करोड़ रुपये के आसपास मिले। यानी नीतीश जी की सरकार से ये लोग बदला ले रहे थे।
2014 में केंद्र में आपने मुझे सेवा करने का अवसर दिया। केंद्र में आने के बाद मैंने बिहार से बदला लेने वाली उस पुरानी राजनीति को भी समाप्त कर दिया। पिछले 10 साल में, NDA के 10 वर्षों में बिहार के विकास के लिए जो राशि दी गई है, वो पहले से कईं गुना ज्यादा है।
हमारा संकल्प है कि आने वाले समय में जैसे पश्चिमी भारत में मुंबई है, वैसे ही पूरब में मोतिहारी का नाम हो। जैसे अवसर गुरुग्राम में हैं, वैसे ही अवसर गया जी में भी बनें। पुणे की तरह पटना में भी औधोगिक विकास हो। सूरत की तरह ही संथाल परगना का भी विकास हो। जयपुर की तरह जलपाईगुड़ी और जाजपुर में भी टूरिज्म के नए रिकॉर्ड बने। बंगलुरू की तरह वीरभूम के लोग भी आगे बढ़ें।