अगरतला, तीन जून देश में कोरोना वायरस की दोनों लहरों के दौरान अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज (एजीएमसी) में कम से कम 225 संक्रमित गर्भवती महिलाओं ने स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि यहां जन्मे नवजातों में से कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया है।
एजीएमसी में प्रसूति विज्ञान एवं स्त्री रोग विभाग के प्रमुख डॉ. जयंत राय ने बताया कि देश में कोरोना वायरस की पहली लहर के दौरान यहां पर कोविड-19 से पीड़ित 198 महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया। इनमें से 60 महिलाओं का प्रसव ऑपरेशन से करवाया गया। वहीं दूसरी लहर में 27 संक्रमित महिलाओं का प्रसव यहां हुआ।
डॉ. राय ने कहा, ‘‘कम से कम 225 संक्रमित गर्भवती महिलाओं ने स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया। चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की सतर्कता के चलते नवजात संक्रमित नहीं हुए। संक्रमित मांओं के चेहरों पर मुस्कान लाना चिकित्सकों के लिए एक बड़ी चुनौती थी।
उन्होंने कहा, ‘‘गर्भवती स्त्री का बहुत खयाल रखने की जरूरत होती है जो वैश्विक महामारी के दौरान काफी चुनौतीपूर्ण काम है, लेकिन हमारे चिकित्सकों और स्वास्थ्यमकर्मियों ने मांओं और नवजातों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया, स्वच्छता के उच्च मानकों का पालन किया गया।’’
चिकित्सक ने बताया कि इस तरह के मामलों को देख रहे कुछ चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी भी इस दौरान संक्रमित हुए, लेकिन उन्होंने बच्चों को संक्रमण से बचाकर रखा।
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