Lok Sabha Election 2024: भाजपा के जारी हुए घोषणा पत्र पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि साल 2014 और 2019 से अब परिस्थिति काफी बदल गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि जितने भी वादे किये, वो सिर्फ वादे ही रह जाएंगे। अभी भी कई सारे ऐसे मुद्दे हैं, जिसमें किसान और पहलवानों को लेकर किए गए दिए बड़े वादे शामिल हैं। लेकिन, भाजपा ने चुनाव में अपनी विश्वनीयता खो दी है।
भाजपा पीएम मोदी के नाम पर ये और कितने दिनों तक राजनीति करेंगे। सत्ता का विकेन्द्रीकरण पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। अशोक गहलोत ने बताया कि ये लोग 2047 की बात करते हैं, यहां तक कि हजारों साल की बात करते हैं, लेकिन सत्ता में आने के 100 दिनों में क्या होगा, यह एक रहस्य बना हुआ है। उन्होंने अभी तक बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और इल्कटोरल बॉन्ड स्कैम पर अपनी जवाब नहीं दिया है।
दूसरी तरफ कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोदी तिवारी ने भी कहा, संकल्प पत्र सिर्फ हंसी के अलावा कुछ नहीं है, क्योंकि इसमें आम आदमी के लिए कुछ नहीं है। पीएम मोदी ने खुद कहा, "सबको 15 लाख, 2 करोड़ नौकरी देने का वादा लेकिन बेरोजगारी तीन गुना बढ़ गई, महंगाई ने 38 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अगर कोई है जिसने विश्वसनीयता खोई है, तो वह पीएम मोदी हैं।" कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'जिस आदमी की खुद गारंटी नहीं है उसकी गारंटी की क्या बात हो'। जो गरीब है, उनकी मदद की जानी चाहिए, कांग्रेस इस मामले में प्रतिबद्ध है, लेकिन गरीबों की संख्या क्यों बढ़ी है, अगर कोई दोषी है तो वह मोदी सरकार है।