हमारे यहां अधिकतर माता-पिता अपने बच्चों की स्कूलिंग पांच साल का होने से पहले ही शुरू करवा देते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है। सारे शिक्षा मनोवैज्ञानिक और तमाम शोध भी यही कहते हैं कि बच्चों को जल्दी स्कूल भेजने से उनके व्यवहार पर दुष्प्रभाव होता है। ...
किसी भी तकनीक का सदुपयोग-दुरुपयोग करना हमारे हाथों में ही है. ओडिशा के नवापाड़ा जिले के भलेश्वर पंचायत की सरपंच सरोज अग्रवाल ने ऐसा ही एक उदाहरण पेश किया है. ...
चुनाव आयोग के एक फैसले में बीते शुक्रवार को महाराष्ट्र की दो शिवसेनाओं में से ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ को चुनाव चिन्ह ‘धनुष-बाण’ और नाम ‘शिवसेना’ मिल गया. पिछले कई माह से अदालत के अंदर और बाहर चुनाव आयोग में चल रही खींचतान के बीच यह निर्णय सामने आया. ...
तत्कालीन रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने बजट में जब देश में बुलेट ट्रेन चलाने की बात कही थी तो इस बात पर बहस शुरू हो गई थी कि क्या वाकई भारत को इस तरह की ट्रेनों की जरूरत है? ...
तुर्की तथा सीरिया की मदद के लिए पूरी दुनिया आगे आई है. भारत ने अभूतपूर्व मानवता का परिचय दिया. तुर्की के भारत विरोधी रवैये के बावजूद भारत ने सबसे पहले तुर्की की ओर सहायता का हाथ बढ़ाया है. ...
चीनी के चक्कर में आए दिन ताइवान, हांगकांग, फिलीपींस, श्रीलंका जैसे देश फंसते रहते हैं. हालांकि अमेरिका के चंगुल में चीन फंस गया और उसे मुंह की खानी पड़ी. ...
आपको बता दें कि गणतंत्र भारतीय समाज तथा संस्कृति का हिस्सा रहा है। प्राचीन काल में जनमानस की इच्छा के अनुरूप शासन करने के सिद्धांत को तमाम शासकों ने अपनाया। आज से 2600 वर्ष पूर्व हमारे देश में गणतांत्रिक व्यवस्था का चलन शुरू हो चुका था। ...
आपको बता दें कि महाराष्ट्र मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह दावा किया है कि एमओयू सिर्फ कागज पर नहीं रहेंगे, किंतु वास्तविकता यह भी है कि जो कंपनियां बीस हजार करोड़ रुपए के निवेश की बात कर रही हैं, वे बहुत छोटी हैं। ...