राहुल गांधी तीन दिवसीय तमिलनाडु दौरे पर हैं. शनिवार को वह राज्य के तूतूकुड़ी में थे. तमिलनाडु में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि चीन को पता था कि हमारे पीएम(मोदी) भारत के हितों से समझौता कर लेंगे. आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पिछले 6 सालों से निर्वाचित संस्थानों और फ्री प्रेस पर लगातार व्यवस्थित हमला किया गया है. राहुल गांधी ने इस दौरान यह भी कहा कि मैं करप्ट नहीं हूं इसलिए बीजेपी 24 घंटे मुझपर हमला करती है. राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ पर जोरदार हमला करते हुए RSS को संस्थागत संतुलन बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार बताया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि संस्थाओं के बीच संतुलन बिगड़ता है तो राष्ट्र अशांत होता है. पिछले 6 सालों से सभी संस्थाओं पर व्यवस्थित तरीके से हमला किया जा रहा है. दुख है कि भारत में लोकतंत्र मर गया है क्योकि एक संस्था RSS हमारे देश के संस्थागत संतुलन को बिगाड़ और बर्बाद कर रही है. अपने संबोधन के दौरान इस मौके पर राहुल ने पीएम मोदी पर भी कटाक्ष किया. राहुल ने कहा कि सवाल ये नहीं है कि प्रधानमंत्री उपयोगी हैं या बेकार है. सवाल ये है कि वह किसके लिए उपयोगी हैं. बकौल गांधी, प्रधानमंत्री सिर्फ दो लोगों के लिए उपयोगी हैं, और वो हैं 'हम दो हमारे दो', जोकि उनका इस्तेमाल अपनी दौलत बढ़ाने के लिए कर रहे हैं, जबकि गरीबों के लिए पीएम मोदी बेकार हैं. गौर हो कि राहुल गांधी का इशारा अंबानी और अडानी की तरफ है. राहुल गांधी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता हमारी संस्कृति और इतिहास की बुनियाद है. इस देश में धर्मनिरपेक्षता पर हमला हो रहा है. RSS और बीजेपी इसका नेतृत्व कर रहे हैं. वायनाड से कांग्रेस के सांसद ने कहा कि यह सिर्फ संविधान पर हमला नहीं है बल्कि इतिहास और संस्कृति पर भी हमला है. इसे रोकना बहुत जरुरी है. राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को लगता है कि वो तमिलनाडु को रिमोट कंट्रोल से कंट्रोल कर लेंगे. हम रिमोट से बैट्री निकाल लेंगे और उनसे कंट्रोल छीन लेंगे. इस दौरान उन्होंने राम बहादुर क्रूज फर्नांडिस की तारीफ की. उन्होंने कहा कि उनके विचार यहां की पेयजल स्कीम में देखे जा सकता है. क्रूज फर्नांडिस जैसे नेताओं ने पूरे विश्व को प्रेरित किया है. उन्होंने जरूरतमंद लोगों की मदद की मजबूत लोगों के खिलाफ कमजोर लोगों के साथ खड़े हुए. उन्होंने सत्ता के अहंकार को चुनौती दी थी. राहुल गांधी ने कहा कि इतिहास गवाह रहा है. तमिलनाडु को कंट्रोल करने की मंशा वाला कोई भी शख्स सफल नहीं हुआ है. हम तमिलनाडु में ऐसी सरकार बनाएंगे जो लोगों की रक्षा करेगी उन पर गोलियां नहीं चलाएगी. कांग्रेस (Congress) की अंदरूनी कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ सकती है. उत्तर भारत से जुड़े पार्टी के कई वरिष्ठ नेता जम्मू (Jammu) पहुंच गए हैं और माना जा रहा है कि आज वह राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान के विरोध में कोई बयान जारी कर सकते हैं.राहुल गांधी ने उत्तर-दक्षिण को लेकर बयान दिया था, जिससे पार्टी के ही कई नेता नाराज चल रहे हैं. कांग्रेस के इन असंतुष्ट नेताओं को G-23 के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने पिछले साल पत्र लिखकर कांग्रेस हाईकमान पर सवाल उठाए थे. जम्मू पहुंचने वाले नेताओं में गुलाम नबी आजाद, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कपिल सिब्बल और राज बब्बर (Ghulam Nabi Azad, Bhupinder Singh Hooda, Kapil Sibal, and Raj Babbar) शामिल हैं. कहा जा रहा है कि असंतुष्ट नेता इस बात से भी नाराज हैं कि गुलाम नबी आजाद के साथ सम्मानपूर्ण व्यवहार नहीं हुआ. वह हाल ही में राज्यसभा से रिटायर हुए लेकिन कांग्रेस हाई कमान ने उनके लिए कोई सम्मान नहीं दिखाया.