वॉट्सऐप को भारत में बड़ा झटका लगा है। लोगों का इस मैसेजिंग ऐप के प्रति विश्वास दिन प्रतिदिन कम होता जा रहा है। WhatsApp ने कभी नहीं सोचा होगा जिस सोशल मीडिया के भरोसे को लेकर वह तमाम दावे करता था, वह भरोसा उसके काम नहीं आएगा। WhatsApp ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी जारी तो कर दी लेकिन अब उसे तमाम अखबार में विज्ञापन देकर सफाई देनी पड़ रही है। WhatsApp की नई पॉलिसी से उसे काफी नुकसान हुआ है और सबसे ज्यादा नुकसान भारत में हुआ है। वाट्सऐप के इस नुकसान का दूसरी कंपनियों को बड़ा फायदा हुआ है। आइये आपको विस्तार से बताते हैं वॉट्सऐप के नुकसान और दूसरी कंपनियों के फायदे के बारे में...एक सप्ताह में ही भारी नुकसान में आ गया वाट्सऐपवॉट्सऐप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर पहली बार अपने यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजा था, लेकिन नई पॉलिसी उसके लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। WhatsApp की नई पॉलिसी जारी होने के महज सात दिनों में भारत में उसका डाउनलोड्स 35 फीसदी तक कम हुआ है। इसके अलावा 40 लाख से अधिक यूजर्स ने सिग्नल (Signal) और टेलीग्राम (Telegram) एप को डाउनलोड किया है जिनमें 24 लाख डाउनलोड्स सिग्नल के और 16 लाख टेलीग्राम के हैं। व्हाट्सएप की लगातार सफाई देने के बाद भी लोग दूसरे एप पर तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं। दुनिया भर में 50 करोड़ के पार टेलीग्राम के डाउनलोड्सटेलीग्राम ने बुधवार को बताया कि दुनियाभर में उसके डाउनलोड्स की संख्या 50 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। महज 72 घंटे में टेलीग्राम पर 2.5 करोड़ नए यूजर्स रजिस्टर्ड हुए हैं। इसकी जानकारी खुद टेलीग्राम के फाउंडर पावेल दुरोव (Pavel Durov) ने दी है। दरोव ने बताया कि Telegram के पास जनवरी के पहले सप्ताह में मंथली एक्टिव यूजर्स की संख्या 50 करोड़ थी जो कि अगले सप्ताह महज 72 घंटे में 52.5 करोड़ हो गई।पेटीएम, फोनपे और महिंद्रा ने किया वाट्सऐप का बहिष्कारमहिंद्रा कंपनी समूह और टाटाग्रुप के चेयरमैन सहित पेटीएम और फोनपे जैसी कंपनियों ने भी व्हाट्सएप को अलविदा कह दिया है। कंपनी के काम भी धीरे-धीरे व्हाट्सएप से शिफ्ट हो रहे हैं। बता दें कि भारत में व्हाट्सएप के 40 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं जो कि किसी भी अन्य देश के मुकाबले कहीं ज्यादा हैं।सरकार कर रही विचार-विमर्शसरकार व्हॉट्सएप द्वारा हाल में घोषित निजता नीति में बदलाव की समीक्षा कर रही है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि यह समीक्षा ऐसे समय की जा रही है, जबकि व्हॉट्सएप के हालिया विवादास्पद बदलावों को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इसके तहत व्हॉट्सएप के प्रयोगकर्ताओं के डेटा को फेसबुक के अन्य उत्पादों और सेवाओं से जोड़ा गया है। सूत्रों ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग मंच के हालिया कदम के प्रभाव पर विचार-विमर्श चल रहा है।