70 वर्षीय डीपी यादव का जन्म 25 जुलाई 1948 को जिला बुलंदशहर के एक छोटे से गांव सर्फाबाद में हुआ। सर्फाबाद गांव अब नोएडा में आता है। डीपी यादव सात भाई और तीन बहन हैं। डीपी यादव के पिता जगदीश नगर में दूध की डेयरी चलाते थे। गांव में गरीबी और साधन के अभाव में डीपी यादव की शुरुआती पढ़ाई सही से नहीं हो पाई। चार बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके डीपी यादव ने दूध के कारोबार से लेकर चीनी मिल, पेपर मिल, शराब और शराब से जुड़े अन्य कारोबारों में किस्मत आजमाई। चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट के मुताबिक ये यूपी के सबसे अमीर नेताओं में से एक है। डीपी यादव फिलहाल हत्या की जुर्म में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं लेकिन इनकी कहानी काफी दिलचस्प है। एक दूध बेचने वाले किसान के घर में पैदा होने वाला आम आदमी यूपी की सियासत का जाना-मान नाम बन जाता है।