प्राइवेट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर पर लगा हत्या के प्रयास का आरोप, पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 1, 2024 12:07 PM2024-01-01T12:07:30+5:302024-01-01T12:17:01+5:30
उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रयागराज में एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को सलाखों के पीछे डाल दिया है। गिरफ्तार वाइस चांसलर पर हत्या के प्रयास का आरोप है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रयागराज में एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को सलाखों के पीछे डाल दिया है। जी हां, यूपी पुलिस के अनुसार नैनी स्थित सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर के वाइस चांसलर प्रोफेसर आरबी लाल कथिततौर पर हत्या के प्रयास के आरोपी हैं, जिन्हें पुलिस ने बीते रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
समाचार वेबसाइट फ्री प्रेस जर्नल के अनुसार पुलिस द्वारा वाइस चांसलर की गिरफ्तारी के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में हालात बड़े ही तनावपूर्ण हो गये हैं, जहां शिक्षक और कर्मचारी महीनों से अवैतनिक स्थिति को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
खबरों के अनुसार वाइस चांसलर प्रोफेसर आरबी लाल के खिलाफ भाजपा नेता दिवाकर नाथ त्रिपाठी ने नैनी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। जिसनें दिवाकर त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि वह रविवार की सुबह में करीब 6:30 बजे अपने दोस्त सर्वेंद्र विक्रम सिंह के साथ अरैल बांध रोड के पास टहल रहे थे। तभी प्रोफेसर लाल अपने दो साथियों के साथ कार में उनके पास पहुंचे।
शिकायतकर्ता त्रिपाठी ने एफआईआर में लिखवाया कि प्रोफेसर लाल के कार में आये उनके साथियों ने हत्या की नियत से उन पर गोलियां चलाईं, लेकिन वह और उनका दोस्त इस हमले में बाल-बाल बच गए।
पुलिस ने दिवाकर त्रिपाठी की इस शिकायत पर प्रोफेसर आरबी लाल के खिलाफ केस दर्ज करते हुए पुलिस यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस पहुंची। जहां प्रोफेसर लाल ने गिरफ्तारी की आशंका से कथित तौर पर खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था।
इस संबंध में पुलिस ने कहा, "दिवाकर त्रिपाठी नामक व्यक्ति ने उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। यूनिवर्सिटी के कर्मचारी शिक्षकों को कई महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है और वे हड़ताल पर हैं। वार्ता के सिलसिले में कुलपति ने कर्मचारियों को गेस्ट हाउस बुलाया था। इससे पहले पुलिस गेस्ट हाउस पहुंच गई। पुलिस को सूचना मिलते ही आरबी लाल ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और बाहर से ताला लगा लिया। पुलिस ने ताला तोड़कर उसे गिरफ्तार कर लिया और उन्हें जेल भेज दिया।"