पति ने पत्नी की गुरुग्राम में की बेरहमी से हत्या, दो साल के बेटे को लाश के पास बिलखता छोड़ा, खुद गाजियाबाद में की आत्महत्या, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 2, 2024 08:06 AM2024-01-02T08:06:38+5:302024-01-02T08:10:09+5:30
देश की राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में लोग 1 जनवरी को नये साल का जश्न मना रहे थे, ठीक उसी वक्त एक शख्स ने कत्ल और आत्महत्या की ऐसी वारदात को अंजाम दिया कि सुनने वालों के रोंगटे खड़े हो गये।
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में लोग 1 जनवरी को नये साल का जश्न मना रहे थे, ठीक उसी वक्त एक शख्स ने कत्ल और आत्महत्या की ऐसी वारदात को अंजाम दिया कि सुनने वालों के रोंगटे खड़े हो गये।
जी हां, अपराध की इस बेहद खौफनाक घटना में सबसे दुखद स्थिति एक दो साल के मासूम की थी, जो बोल तो नहीं पा रहा था लेकिन अपनी मां की लाश के पास पड़ा रो-रोकर सारा किस्सा बयां कर रहा था।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार गुरुग्राम पुलिस ने सोमवार को कहा कि डीएलएफ फेज 3 में रहने वाले एक शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या की और घटना के कुछ घंटों बाद आत्महत्या कर ली। इस घटना के दौरान उसने दो साल के अपने बेटे को पत्नी के शव के पास छोड़ दिया था।
पुलिस के अनुसार हत्या को अंजाम देने बाद आरोपी घटनास्थल से फरार हो गया और बाद में गाजियाबाद के कौशांबी मेट्रो स्टेशन से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
पुलिस की माने तो आत्महत्या करने वाले 30 साल के गौरव शर्मा ने कथित तौर पर अपनी पत्नी का गला धारदार हथियार से काटा और उसकी मौत के प्रति आश्वस्त होने के लिए सिर पर ईंट से कई वार किये। इतना ही नहीं आरोपी ने अपने दो साल के बेटे को भी ईंट से मारकर घायल कर दिया था। गौरव शर्मा की पत्नी की पहचान 24 साल की लक्ष्मी रावत के रूप में हुई है।
घटना के संबंघ में गुरुग्राम पुलिस ने बताया कि बीते रविवार को डीएलएफ फेज 3 में एक घर के अंदर से लड़के के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने सुरक्षा गार्ड को सूचित किया। सुरक्षा गार्ड ने घर को भीतर से बंद पाया और देर रात पुलिस को फोन से जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद फौरन पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घर का दरवाजा तोड़ा गया तो घर में फर्श पर महिला का शव पड़ा था और उसके पास घायल बच्चा रोता हुआ मिला।
उके बाद पुलिस ने घर की छानबीन की तो उसे मृतक महिला का मोबाइल फोन टॉयलेट सीट पर मिला। घायल बच्चे को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया है। जिसे बाद में महिला के परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया। परिवार मूलरुप से आगरा का रहने वाला है और वो बच्चे को अपने साथ आगरा ले गये।
जानकारी के अनुसार आगरा की रहने वाले लक्ष्मी अपने पति गौरव शर्मा के साथ लगभग छह महीने पहले गुरुग्राम में रहने के लिए आये थे। गौरव एक निजी कंपनी में काम करता था लेकिन इन दिनों बेरोजगार था।