विनोद कुमार शुक्ल हिंदी लेखक हैं। उनका जन्म एक जनवरी 1937 को वर्तमान छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में हुआ था। उनके उपन्यास 'दीवार में एक खिड़की रहती थी' को वर्ष 1999 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा 'नौकरी की कमीज', 'खिलेगा तो देखेंगे', 'लगभग जयहिंद', 'सब कुछ होना बचा रहेगा', 'अतिरिक्त नहीं' और 'पेड़ पर कमरा' आदि उनकी प्रमुख कृतियां हैं। Read More
हिंदी लेखक विनोद कुमार शुक्ल को PEN America की ओर से पेन-नाबोकोव पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इन्हें दो मार्च को 59वें PEN साहित्य पुरस्कार में सम्मानित किया जाएगा। ...
विनोद शुक्ल ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि मुझे अब तक मालूम नहीं हुआ था कि मैं ठगा रहा हूं। मेरी सबसे ज्यादा किताबें जो लोकप्रिय हैं, वो राजकमल और वाणी से प्रकाशित हुई हैं। अनुबंध पत्र कानून की भाषा में होती हैं, एकतरफा शर्तें होती हैं और किताबों को ...