रघुराम राजन भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर हैं। वे भारतीय रिजर्व बैंक के 23वें गवर्नर थे। इन्हे विश्न में अर्थशास्त्र का बड़ा जानकार माना जाता है। Read More
रघुराम राजन ने कहा, ‘‘जो समस्याएं हैं...उनमें एक ये है, मैंने इस पर बहुत दृढ़ता से कहा है कि आलोचना को दबाने का मतलब है कि आप प्रतिक्रिया नहीं सुनते हैं। और, अगर आप प्रतिक्रिया नहीं सुनते हैं तो आप उचित समय पर सही कदम नहीं उठा सकते।’’ ...
सीतारमण ने कहा कि यह भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन का दौर था जब नेताओं की मिलीभगत के चलते केवल एक फोन कॉल पर बैंक लोन दिए जाते थे और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आज तक उससे प्रभावित हैं और बीमारी से निकालने के लिए सरकार के इक्विटी उपाय पर निर ...
देश के अर्थशास्त्री सहित विपक्षी दल के नेता लगातार कह रहे हैं कि नौकरियों के नुकसान को लेकर सभी लोग निजी तौर पर चिंतित है। ‘‘यह गंभीर चिंता का विषय है, विशेषकर वाहन क्षेत्र, कपड़ा क्षेत्र, रीयल एस्टेट और अन्य ऐसे क्षेत्र जिनमें नरमी का असर अधिक है।’’ ...
आर्थिक मोर्चे पर मेरी सलाह नहीं मांगी गई थी। अनुच्छेद 370 पर मेरी सलाह मांगी गई थी और यह काम ठीक ढंग से हुआ। " उन्होंने कहा, "अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। वास्तव में , राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र - निर्माण के लिए यह महत्वपूर्ण है।" ...
रघुराम राजन का कहना है कि सरकारी बैंक जिन बाध्यताओं के तहत काम करते हैं यदि उनमें से कुछ से उन्हें मुक्ति दे दी जाए तो वह बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। ...
राजन ने अपनी एक पुस्तक ‘‘द थर्ड पिलर’ के अनावरण के मौके पर कहा, ‘‘सवाल यह खड़ा होता है कि हम इस मामले में (न्यूनतम सरकार- कारगर प्रशासन) के वादे पर कितना खरा उतरे हैं? मेरा मानना है कि हम लगातार बाबुओं और नौकरशाही पर ही लगातार अधिक से अधिक निर्भर रहे ...