नवरात्रि में व्रत का पारण कन्या पूजन के साथ होता है। लोगों की मान्यता के अनुसार अष्टमी और नवमी को कन्या पूजा की जाती है। पंडित दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार इस साल अष्टमी और नवमी पूजा एक ही दिन की जाएगी। साथ ही व्रत भी एक ही दिन माना जाएगा। ...
श्रीराम चन्द्र का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था।यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इसी दिन चैत्र नवरात्र की समाप्ति हो जाती है। ...
नवरात्रि में कन्या पूजन करने के पीछे मां वैष्णो देवी के भक्त श्रीधर की कथा प्रचलित है। श्रीधर की कोई संतान नहीं थी, किसी ने उसे चैत्र नवरात्रि में कन्याओं का पूजन करके उन्हने प्रसाद खिलाने को कहा। श्रीधर ने वैसा ही किया। उसने 9 कन्याएं बुलाईं जिसमें ...
हिन्दू धर्म में नवरात्रि का त्योहार वर्ष में चार बार आता है - चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। किन्तु इंक चार में से केवल चैत्र और अश्विन मास के नवरात्रि ही मनाए जाते हैं। इस दौरान नौ दिनों तक देवी के नौ रूपून की पूजा और व्रत किया जाता है। हर देवी का व्र ...
आदि देवी मां दुर्गा के पवित्र नवरात्रि का छठा दिन आज यानी 11 अप्रैल को है। नवरात्रि के नौ दिनों में लोग ना केवल मां दुर्गा की पूजा करते हैं बल्कि उपवास भी रखते हैं। नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। ये महर्षि कात्यायन की पुत्री है ...
धर्म शास्त्रों के अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि का पर्व आता है, किन्तु इनमें से दो नवरात्रि - चैत्र और आषाढ़ ही लोगों के बीच लोकप्रिय है। पुराणों के अनुसार चैत्र नवरात्रों का समय बहुत ही भाग्यशाली बताया गया है। इसका एक कारण यह भी है कि प्रकृति में ...
नवरात्रि यानी 'नौ-रातें'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है - चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं जि ...
पंचांग के अनुसार 5 अप्रैल 2019, दिन शुक्रवार दोपहर 01:36 बजे से ही नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी जो कि अगले दिन यानी 6 अप्रैल को दोपहर 02:58 बजे तक रहेगी। परंतु नवरात्रि का प्रारंभ 6 अप्रैल को सूर्य उदय होने के बाद से ही माना जाएगा। ...