रामनवमी 2019: जानें इस रामनवमी किस मंत्र के उच्चारण से कौन सा फल हासिल होगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 12, 2019 05:20 PM2019-04-12T17:20:58+5:302019-04-12T17:20:58+5:30
श्रीराम चन्द्र का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था।यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इसी दिन चैत्र नवरात्र की समाप्ति हो जाती है।
रामनवमी का पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन मनाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। हिन्दु मान्यताओं के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों का खात्मा करने तथा धर्म की पुन: स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने श्री राम के रूप में अवतार लिया था। श्रीराम चन्द्र का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, राजा दशरथ के घर में हुआ था।यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इसी दिन चैत्र नवरात्र की समाप्ति हो जाती है। हिंदु मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था अत: इस शुभ तिथि को भक्तजन रामनवमी के रूप में मनाते हैं एवं पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य के भागीदार होते है।
आपको बताते हैं 10 ऐसे मंत्र जिसके जाप से आपको कई परेशानीयों से निजात मिल जाएगा:
1) मनोकामना पूर्ति के लिए 108 बार इस चौपाई का जप करें।
कवन सो काज कठिन जग माही!
जो नहीं होइ तात तुम पाहीं!!
2) परीक्षा में अच्छे अंक पाने के लिए इस चौपाई का जप करें।
जेहि पर कृपा करहि जनु जानी!
कवि उर अजिर नचावहि बानी!!
मोरि सुधारिहि सो सब भांति!
जासु कृपा नहि कृपा अघाति!!
3) संपत्ति प्राप्ति के लिए हर रोज इस चौपाई का जप करें।
जे सकाम नर सुनहि जे गावहि!
सुख संपत्ति नाना विधि पावहि!!
4) लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए इस चौपाई का जप करें।
जिमि सरिता सागर मंहु जाही!
जद्यपि ताहि कामना नाहीं!!
तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं!
धर्मशील पहिं जहि सुभाएं!!
5) विवाह संबंधी समस्या से निवारण पाने के लिए 108 बार इस चौपाई का जप करें।
तब जन पाई बसिष्ठ आयसु ब्याह! साज सँवारि कै!
मांडवी, श्रुतकी, रति, उर्मिला कुँअरि लई हंकारि कै!!
6) आलस्य से मुक्ति पाने के लिए इस चौपाई का जप करें।
हनुमान तेहि परसा कर पुनि कीन्ह प्रणाम!
राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम!!
7) इसका जाप संकट से मुक्ति पाने के लिए करें
दीन दयालु विरद संभारी!
हरहु नाथ मम संकट भारी!!
8) ऋद्धि सिद्ध की प्राप्ति के लिए 108 बार इस चौपाई का जप करें।
साधक नाम जपहिं लय लाएं!
होहि सिद्धि अनिमादिक पाएं!
9) क्लेश खत्म करने के लिए इसका जाप करें
हरन कठिन कलि कलुष कलेसू!
महामोह निसि दलन दिनेसू!!
10) प्रेम बढ़ाने के लिए इसका जाप करें
सब नर करहि परस्पर प्रीति!
चलहि स्वधर्म निरत श्रुति नीति!