पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देकर सम्मानित किया गया है। प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी के साथ पांच दशक लंबी राजनीतिक पारी खेली है। इस दौरान वो अलग-अलग पदों पर रहे। 2012 में भारत का राष्ट्रपति बनने से पहले वो भारत के वित्त मंत्री थे। 2012 से 2017 के बीच भारत के राष्ट्रपति रहे। मुखर्जी को साल 1969 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी राजनीति में लेकर आई थी और राज्यसभा के लिए चुना था। Read More
प्रणब मुखर्जी की इस टिप्पणी से एक दिन पहले कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष चुनाव आयोग का आत्मसमर्पण स्वाभाविक है और चुनाव आयोग अब निष्पक्ष या सम्मानित नहीं रह गया है। ...
कांग्रेस नेता का कहना है कि शर्मिष्ठा मुखर्जी चांदनी चौक सीट से उम्मीदवार हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, शोएब इकबाल और हारून यूसुफ चांदनी चौक से अन्य दावेदार हैं। ...
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए ये एक बड़ा झटका के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पद से इस्तीफा देने के पीछे की वजह नहीं बताई है। ...
जेडीएस महासचिव ने मुखर्जी को भारत रत्न दिये जाने और कर्नाटक के सिद्धगंगा मठ के शिवकुमार स्वामी को यह सम्मान नहीं दिये जाने पर भी ऐतराज जताया। शिवकुमार स्वामी का हाल ही में 111 साल की आयु में निधन हो गया था। ...