नवरात्रि यानी 'नौ-रात'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है-चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिन्हें गुप्त एवं तांत्रिक साधनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन हिन्दू परिवारों में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व है और इसे ही विशेष रूप से मनाया जाता है। Read More
मां दुर्गा की कृपा तभी बरसती है जब हम सही तरीके से वास्तु टिप्स को फॉलो करते हैं। तो आइए जानते हैं वो कौन-से उपाय हैं जिनसे मां दुर्गा को प्रसन्न किया जा सकता है। ...
kolkata Durga Puja Gold Pratima: इस समय भारत में सोना 40 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा है और ऐसे में 50 किलो सोने से मां दुर्गा की मूर्ति बनाया जाना सबसे बड़ा आश्चर्य है। नवरात्रि में दुर्गा पूजा शुरू होने पर कोई भी व्यक्ति मां दुर्गा की इस प्रत ...
Mahalaya & Pitru Amavasya: इस दिन उन पितरों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी तिथि याद नहीं। इसके अलावा इस दिन ऐसे पितरों का श्राद्ध भी किया जाता है जो ऐसे पितृ जिनके मरने की तिथि अज्ञात है या वह सालों से लापता हैं और उनके जिंदा होने की कोई उम्मीद भी नही ...
देवी भागवत पुराण में बताए गए नियम के मुताबिक इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं जो कि अच्छी वर्षा और उन्नत कृषि का सूचक है। ये बात तो खुशी की है ही साथ ही इस बार नवरात्र में 8 बेहद शुभ संयोग भी बन रहे हैं जो कि साधकों और माता के भक्तों के ...
Shradh Amavasya (पितृपक्ष अमावस्या ) 2019: श्राद्ध अमावस्या का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन पितर धरती से विदाई ले लेते हैं। अमावस्या के दिन सभी ज्ञात और अज्ञात पितरों के लिए श्राद्ध करने की परंपरा है। यह महालया का भी दिन होगा। ...
Top 6 Temples of Maa Durga in India: मां ज्वाला देवी तीर्थ स्थल को मां दुर्गा के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। शक्तिपीठ वह स्थान कहलाते हैं जहां-जहां भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र से कटकर माता सती के अंग गिरे थे। ...
अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो मां दुर्गा की आराधना में विघ्न उत्पन्न होता है, इससे मां दुर्गा नाराज होती हैं। अगर मां दुर्गा को प्रसन्न करना है तो इस आर्टिकल में बताई गईं बातों को जरूर ध्यान में रखें... ...
Navratri 2019: नवरात्रि की शुरुआत 29 सितंबर से हो रही है। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त पहले दिन सुबह में और दोपहर में रहेगा। इस त्योहार के दौरान माता दुर्गा को अलग-अलग भोग भी लगाये जाते हैं, जानिए इसके बारे में... ...