नर्क चतुर्दशी या फिर नरक चौदस, यह पर्व दीपावली से ठीक एक दिन पहले आता है। इसदिन नरक से मुक्ति पाने के लिए यमराज की पूजा की जाती है। शाम होने पर लोग अपने घरों में दीपदान करते हैं। ये डीप नर्क के राजा यमराज के लिए जलाए जाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि यमराज प्रसन्न हो जाएं, पापों को क्षमा कर दें और नरक की यातनाओं से मुक्ति दिला दें। नर्क चतुर्दशी से एक दिन पहले धनतेरस, इससे अगले दिन दीपावली और फिर उससे अगले दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। Read More
नरक चतुर्दशी 3 नवंबर को है। इसे काली चौदस, रूप चौदस और छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता ये है कि आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध कर उसके चंगुल से 16 हजार कन्याओं को मुक्त उन्हें सम्मान प्रदान किया था। ...
13 नवंबर की शाम 7 बजकर 50 मिनट से चतुर्दशी तिथि लगने के कारण धनतेरस की शाम छोटी दिवाली या छोटी दीपावली भी मनाई जाएगी। इस दिन को नरक चतुर्दशी या रूप चतुर्दशी के नाम से भी जानते हैं। ...
हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष को मनाया जाता है। छोटी दिवाली पर लोग सिर्फ लक्ष्मी मां ही नहीं बल्कि यम, वामन, हनुमान और भगवान शिव की पूजा भी करते हैं। ...
Happy Chhoti Diwali wishes: हर साल छोटी दिवाली कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष को मनाया जाता है। इस बार चौदस और नरक चतुर्दशी का ये त्योहार 26 अक्टूबर को मनाया जाना है। ...
Narak Chaturdashi Mythological Story in Hindi: माना जाता है कि नरक चतुर्दशी के दिन व्रत करने से भगवान श्रीकृष्ण व्यक्ति को सौंदर्य प्रदान करते हैं। ...