मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) का असली नाम मनोज शुक्ला है। 27 फरवरी 1976 को यूपी की अमेठी में जन्में मनोज बॉलीवुड के बड़े गीतकारों में शुमार किए जाते हैं। ‘बाहुबली’ (Bahubali) के तमाम हिंदी डायलॉग मनोज ने ही लिखे हैं। ‘रुस्तम’ फिल्म का मशहूर गाना ‘तेरे संग यारां’ इन्हीं की कलम से निकला है। इसके साथ ही तेरी मिट्टी गाने ने उनको गीतकारों की श्रेणी में काफी ऊंचा मुकाम दिलाया। Read More
कमाल राशिद खान ने कहा, ये कुदरती निजाम है इंसान जहां पैदा होता है उसको उस जमीन से प्यार होता है। उसके लिए वह मातृभूमि होती है। जाहिर सी बात है हुमायूं कहीं जाने वाला नहीं था। वह भारत का माल लूट कर उज्बेकिस्तान जानेवाला नहीं था। तो यहां मनोज भाई गलत ह ...
मुगलों को डकैत बताने वाले वीडियो पर विवाद को लेकर अपनी बात में मुंतशिर ने कहा कि 'ये एक सीधा सा मुद्दा है। इसमें कोई फसाद नहीं है ना ही कोई गुटबाजी राजनीति है कि दो गुटों में देश को बांट दूं। ...
कबीर खान ने कहा है कि मुगल असली राष्ट्र निर्माता थे और हिंदी फिल्मों में उन्हें जिस तरह से दिखाया जाता है, वो गुस्सा दिलाने वाला है। फिल्ममेकर ने कहा, मुझे इस तरह की फिल्में बहुत परेशान करती हैं क्योंकि ये सब ये लोकप्रिय सोच को ध्यान में रखकर बनाई जा ...
हिंदी फिल्मों के गीतकार मनोज मुंतशिर ने मुगल बादशाहों की तुलना “डकैतों” से करने वाला एक वीडियो जारी किया था जिसके बाद बृहस्पतिवार को फिल्मोद्योग के उनके कई सहकर्मियों ने ट्विटर के जरिये उन पर “घृणा” फैलाने का आरोप लगाया। “केसरी” और “भुज: द प्राइड ऑफ ...
अनारकली ऑफ आरा फिल्म के निर्देशक अविनाश दास ने मनोज मुंतशिर के वीडियो क्लिप साझा करते हुए इसपर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। फिल्ममेकर ने कहा कि इस अनपढ़ आदमी को इसकी नियति पर छोड़ दीजिए। यह चर्चा के क़ाबिल भी नहीं! ...
गीतकार वीडियो में आगे कहते हैं, 'चित्तौड़गड़ में 30 हजार नागरिकों को जिहाद के नाम पर काट डालने वाला आदर्श राजा था। आगरे के किले के सामने मीना बाजार लगाने वाला जिल्लेइलाही था। जिल्लेइलाही यानी खुदा की परछाईं। ये कौन सा खुदा है जिसकी परछाईं इतनी काली ह ...