'क्यों जहर बो रहे हो?' गीतकार मनोज मुंतशीर ने अकबर, हुमायूं और जहांगीर को बताया Glorified डकैत तो हुए ट्रोल
By अनिल शर्मा | Published: August 26, 2021 11:11 AM2021-08-26T11:11:24+5:302021-08-26T11:51:06+5:30
गीतकार वीडियो में आगे कहते हैं, 'चित्तौड़गड़ में 30 हजार नागरिकों को जिहाद के नाम पर काट डालने वाला आदर्श राजा था। आगरे के किले के सामने मीना बाजार लगाने वाला जिल्लेइलाही था। जिल्लेइलाही यानी खुदा की परछाईं। ये कौन सा खुदा है जिसकी परछाईं इतनी काली है।
मुंबईः 'घर से आनेवाली सड़कों के नाम भी किसी अकबर, हुमायूं, जहांगारी जैसे ग्लोरिफाइड डकैत के नाम पर रख दिए गए और हम रिबन काटते हुए मौकापरस्त नेताओं को देखकर तालियां बजाते रहे।' ये शब्द मशहूर बॉलीवुड गीतकार मनोज मुंतशिर के हैं जिन्होंने हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर - आप किसके वंशज हैं? नाम से कार्यक्रम में कही है।
मनोज मुंतशीर का यह वीडियो क्लिप अब इंटरनेट पर वायरल हो चुका है। क्लिप खूब शेयर किया जा रहा है। लाजिमी है कि इस पर विवाद भी होना था। मुंतशिर को उनकी कही बातों को लेकर लोग ट्रोल करने लगे हैं।
एक यूजर ने लिखा- 'तू और हम उस महान हिंदू सम्राट अशोक के वंशज हैं जिसने लाखों हिंदुओं को ही काट डाला अपना साम्राज्य का विस्तार करने के लिए। बाद में अपना ही धर्म छोड़कर बौद्ध बन गया।' वहीं एक अन्य ने लिखा- ग से 'गणेश' जो हैं वो ग से 'गधे' में भी बसते हैं, गधे को दिक्कत नहीं, गणेश को दिक्कत नहीं, हमको क्यों दिक्कत क्यों हो। बाकी कूड़ा जो है वीडियो में, वो आप अपना नाम 'गणेश' रख के भी कहेंगे तो कूड़ा ही कहलाएगा।
तू और हम उस महान हिंदू सम्राट अशोक के वंशज हैं जिसने लाखों हिंदुओं को ही काट डाला अपना साम्राज्य का विस्तार करने के लिए। बाद में अपना ही धर्म छोड़कर बौद्ध बन गया 😭😭
— Nishant Pant (@nishantpant_in) August 25, 2021
ग से 'गणेश' जो हैं वो ग से 'गधे' में भी बसते हैं, गधे को दिक्कत नहीं, गणेश को दिक्कत नहीं, हमको क्यों दिक्कत क्यों हो।
— Geetanjali (@Geet_phys) August 25, 2021
बाक़ी कूड़ा जो है वीडियो में, वो आप अपना नाम 'गणेश' रख के भी कहेंगे तो कूड़ा ही कहलाएगा।
एक यूजर ने मनोज मुंतशिर का ऐतिहासिक ज्ञान शून्य बताते हुए कहा, आपका ऐतिहासिक ज्ञान तो बिल्कुल शून्य और WhatsApp यूनिवर्सिटी से अर्जित किया हुआ लगता है।अगर मुगल "डकैत" ही थे तो सारी संपत्ति लूटकर किस विदेशी राष्ट्र में ले गए। जरा हमारा भी ज्ञानवर्धन करें। आप ही के वंशज थे जो 500 घुड़सावरों के आगे लंबा लेट जाते थे और बातें करेंगे देशप्रेम की।
आपका ऐतिहासिक ज्ञान तो बिल्कुल शून्य और WhatsApp यूनिवर्सिटी से अर्जित किया हुआ लगता है।अगर मुगल "डकैत" ही थे तो सारी संपत्ति लूटकर किस विदेशी राष्ट्र में ले गए। ज़रा हमारा भी ज्ञानवर्धन करें। आप ही के वंशज थे जो 500 घुड़सावरों के आगे लंबा लेट जाते थे और बातें करेंगे देशप्रेम की
— अखिलेश akhilesh 阿基莱什 اکھلیش۔ (@astroakhilesh21) August 25, 2021
एक ने लिखा - बहुत जगह रावण को पूजा जाता है,आप जो समझा रहे हैं वो नजरिया आपका हो सकता है, मैं समझता हूं कि आपको एक पाला चुनना था वो आपने चुन लिया है, उम्मीद है आप इतिहास के साथ वर्तमान भी समझाऐंगे, चूड़ी बेचने वाले, भीख मांगने वाले मुसलमानों को पीटने वाले वर्तमान रावणों के बारे में भी बताएंगे। इसके साथ ही एक ने लिखा- अरे मनोज शुक्ला भाई। काहे जहर बो रहे हो? जाति धर्म के चश्में से भारत को देखना बंद कर दो।
वीडियो में क्या कुछ कहा है मनोज मुंतशिर ने?
मनोज मुंतशिर ने कहा है- 'पिछले कई सदियों से हमने इतिहास की जमीनें लावारिस छोड़ रखी हैं। हम इस हद तक ब्रेन वॉश हो गए कि हमारी प्री-प्राइमरी टेक्स्ट बुक में ग से गणेश हटाकर ग से गधा लिख दिया गया और हमारे माथे पर बल तक नहीं पड़ा। घर से आनेवाली सड़कों के नाम भी किसी अकबर, हुमायूं, जहांगारी जैसे ग्लोरिफाइड डकैत के नाम पर रख दिए गए और हम रिबन काटते हुए मौकापरस्त नेताओं को देखकर तालियां बजाते रहे।
ये कौन सा खुदा है जिसकी परछाईं इतनी काली हैः मुंतशिर
गीतकार वीडियो में आगे कहते हैं, 'चित्तौड़गड़ में 30 हजार नागरिकों को जिहाद के नाम पर काट डालने वाला आदर्श राजा था। आगरे के किले के सामने मीना बाजार लगाने वाला जिल्लेइलाही था। जिल्लेइलाही यानी खुदा की परछाईं। ये कौन सा खुदा है जिसकी परछाईं इतनी काली है। अपने हीरो और विलेन जात-पात से उपर उठकर चुनिए, जो इस महान देश की परंपरा है। रावण कौन था एक ब्राह्मण था। भगवान ब्रह्मा के डायरेक्ट ब्लड लाइन में जन्मा था। लेकिन आपने किसी ब्राह्मण को रावण की स्तुति करते हुए देखा है।'