एनडीए के पांच घटक दलों ने मिलकर 34 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि महागठबंधन के सात घटक दलों ने मिलकर सिर्फ 31 महिलाओं को ही टिकट दिया है। ...
दरअसल, एनडीए ने महागठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि महज 2 प्रतिशत आबादी वाले समाज से उपमुख्यमंत्री बनाना तुष्टिकरण की राजनीति है। वहीं, 18 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले समाज को दरकिनार करने की बात कहकर भाजपा और चिराग पासवान ने महागठबंधन को घेरने की कोशिश ...
महागठबंधन में शामिल पार्टियों ने कम से कम 12 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं, जिससे इनके वोटों का बंटवारा हो सकता है और सत्तारूढ़ गठबंधन को फायदा हो सकता है। ...
बता दें कि साल 2020 में राजद ने 144 उम्मीदवार चुनावी मैदान में खड़े किए थे। इस बार राजद ने 143 उम्मीदवार ही अब तक खड़े किए हैं। भले ही राजद ने 143 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, लेकिन महागठबंधन के सभी घटक दलों के बीच अभीतक सीटों का मसला पूरी तरह ...
महागठबंधन में बिना सीटों के तालमेल की घोषणा के ही प्रथम चरण में 121 सीटों पर 125 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। 121 में राजद ने 72, कांग्रेस ने 24, वामदलों ने 21, वीआईपी ने 6 और आईआईपी ने 2 सीटों पर नामांकन भर दिया है। ...
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि महागठबंधन में सीट बंटवारा एक दिन में हो जाएगा। राजद और कांग्रेस के प्रत्याशियों के आमने-सामने कुछ सीटों पर लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी नामांकन वापसी का समय बचा हुआ है। ...