रंजन गोगोई का जन्म 1954 में हुआ। वह भारत के पूर्व भारत मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। रजंन गोगोई ने 3 अक्टूबर 2018 को भारत के 46वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लिया था। उनके पिता केशब चंद्र गोगोई असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले पूर्वोत्तर भारत के पहले व्यक्ति और पहले असमी हैं। राम मंदिर पर फैसला सुनाया। Read More
अपने कार्यकाल के अंतिम दिन जस्टिस अकील अब्दुलहमीद कुरैशी ने कहा कि मैंने (पूर्व सीजेआई की) आत्मकथा नहीं पढ़ी है, लेकिन मीडिया में प्रकाशित खबरें देखी हैं, जिसमें यह कहा गया है कि सरकार के पास मेरे न्यायिक विचारों के आधार पर मेरे प्रति नकारात्मक अवधार ...
9 दिसंबर को प्रसारित साक्षात्कार के दौरान, गोगोई ने कोविड प्रतिबंधों और सामाजिक दूरी और बैठने की व्यवस्था की कमी का हवाला देते हुए संसद में अपनी खराब उपस्थिति को उचित ठहराया था। ...
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में जस्टिस गोगोई की वह टिप्पणी जिसमें उन्होंने कहा था कि जब उन्हें ऐसा महसूस होगा वह उच्च सदन में भाग लेंगे, संसद का अपमान करने जैसा है। ...
राज्य सभा सांसद बन चुके रंजन गोगोई ने ऑटोबायोग्राफी- 'जस्टिस फॉर द जज: एक ऑटोबायोग्राफी' में अपने करियर से जुड़ी कई अहम बातों का जिक्र किया है। किताब बुधवार को लॉन्च हुई। ...
भारत के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई बतौर सांसद कोई सैलरी या भत्ता नहीं लेते हैं। एक आरटीआई में ये जानकारी सामने आई है। रंजन गोगोई इसी साल मार्च में बतौर राज्य सभा सांसद मनोनीत हुए थे। ...
अयोध्या मामले की सुनवाई और फैसले पर एक पुस्तक लिखने वाली पत्रकार माला दीक्षित को एक संदेश में पूर्व सीजेआई ने कहा कि भारी-भरकम रिकार्डों के आधार पर बहुआयामी मुद्दों का निर्णय किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या मामला, भारत के कानूनी इतिहास में सर्वाधिक ...