जो बाइडन अमेरिकी के 46वें राष्ट्रपति हैं। बाइडन ने 2009 से 2017 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें उपराष्ट्रपति के रूप में काम किया था। छह बार सीनेट के लिए चुने गए थे। 1968 में रिचर्ड निक्सन के बाद राष्ट्रपति चुने जाने वाले दूसरे गैर-पदस्थ उपराष्ट्रपति हैं। स्क्रैंटन, पेंसिल्वेनिया और न्यू कैसल काउंटी, डेलावेयर मैं पले बढ़े हैं। अपनी शिक्षा डेलावेयर विश्वविद्यालय से प्राप्त की है और उसके बाद उन्होंने 1968 में सिरैक्यूज़ विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की है। Read More
सीक्रेट सर्विस ने कहा कि उसने बेरोजगारी बीमा और ऋण धोखाधड़ी की जांच करते हुए 91 अरब रुपये से अधिक की जब्ती की है और वित्तीय भागीदारों और राज्यों के साथ काम करके धोखाधड़ी से प्राप्त 1.8 खरब रुपये से अधिक की राशि वापस कर दी है। ...
साल 2021 में भी दुनिया कोरोना से जूझती रही। वैक्सीन के आने से जरूर दुनिया को राहत मिली पर भारत में कोरोना की दूसरी लहर और ओमीक्रोन के मामलों ने बताया कि वायरस से जंग अभी आगे भी जारी रहने वाली है। ...
व्हाइट हाउस चिंतित था कि अमेरिका द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में ताइवान और चीन को मानचित्र पर अलग करना उसकी एक-चीन नीति के खिलाफ जा सकता है, जो ताइवान चीन का हिस्सा है या नहीं, इस बारे में कोई साफ विचार रखने से बचता है। ...
यह तो ठीक है कि रूस और चीन जैसे दर्जनों राष्ट्रों में पश्चिमी शैली का लोकतंत्र नहीं है लेकिन मूल प्रश्न यह है कि भारत, अमेरिका और यूरोपीय राष्ट्रों में क्या खरा लोकतंत्र है? ...
अमेरिका ने एक बयान में कहा कि हमारे आज के कार्य, विशेष रूप से ब्रिटेन और कनाडा के साथ साझेदारी में एक संदेश भेजते हैं कि दुनियाभर के लोकतंत्र उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो राज्य की शक्ति का दुरुपयोग करके पीड़ा और दमन करते हैं। ...
अमेरिकी लोकतंत्र के शीर्ष नेतृत्व की इन बेबाक प्राथमिकताओं के मुकाबले अगर हम भारत में चल रही आर्थिक बहस पर नजर डालें तो पता चलता है कि हमारे नेतृत्व की प्राथमिकताएं कुछ अलग तरह की हैं. ...
भारत की विदेश नीति के नजरिये से देखें तो बीते सात-आठ साल चिंता में डालने वाले रहे हैं. आमतौर पर सत्ता परिवर्तन के साथ कभी भी हिंदुस्तान की विदेश नीति में कोई बड़ी तब्दीली या विचलन नहीं हुआ करता था. ...