महबूबा मुफ्ती के तिरंगे को लेकर की गई टिप्पणी के बाद, दर्जनों शिवसेना डोगरा फ्रंट (एसएसडीएफ) और विहिप के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। महबूबा ने कहा था कि वह केवल तभी तिरंगा धारण उठाएंगी, जब जम्मू और कश्मीर का झंडा बहाल होगा। ...
जम्मू कश्मीर में उसका संविधान और झंडा लागू नहीं किया जाता, वे किसी भी दूसरे झंडे को न ही हाथ लगाएंगी और न ही सलाम करेंगी। उनका इशारा भारतीय तिरंगे की ओर था।यह सच है कि महबूबा मुफ्ती की रिहाई के साथ ही घाटी में ठंडी पड़ी सियासी गतिविधियां तेज होने लगी ...
महबूबा मुफ्ती को पांच अगस्त 2019 की तड़के प्रदेश प्रशासन ने एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया था। उन्हें करीब 434 दिन बाद उन्हें मंगलवार की रात को ही रिहा किया गया है। इससे पहले बुधवार सुबह महबूबा ने गुपकार मार्ग पर स्थित सरकारी निवास पर पीडीपी के वरि ...
अनुच्छेद 370ः चार अगस्त 2019 की शाम को डा फारूक अब्दुल्ला के निवास पर महबूबा मुफ्ती, पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन, अवामी नेशनल कांफ्रेंस के मुजफ्फर शाह, कांग्रेस नेता जीए मीर व कश्मीर के अन्य छोटे बड़े राजनीतिकि दलों के नेताओं की बैठक ह ...
महबूबा (60) को पिछले साल पांच अगस्त को पहले एहतियाती हिरासत में रखा गया था और बाद में छह फरवरी को उन पर कठोर पीएसए कानून लगा दिया गया। उन्हें सात अप्रैल को उनके सरकारी निवास में ले जाया गया जिसे प्रशासन ने पहले उप-जेल घोषित किया था। ...
नौकरशाह से राजनेता बने पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल के प्रशासन में वापस शामिल होने की संभावना है। दरअसल अधिकारियों ने शाह को अवगत कराया है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। यह जानकारी शीर्ष अधिकारियों ने दी। ...
जम्मू में पैंथर्स पार्टी ने विरोध रैली निकालने की नाकाम कोशिश के बाद धरना देकर अपना रोष प्रकट किया। हालांकि भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई ने मोटरसाइकिल रैली निकालने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने नाकाम बना दिया। ...
संविधान की धारा -370 की समाप्ति की पहली वर्षगांठ पर पांच अगस्त बुधवार को आतंकियों और अलगाववादियों के हिंसा भड़काने की आशंका को देखते हुए प्रदेश प्रशासन ने सोमवार देर रात से ही कश्मीर संभाग के विभिन्न जिलों में पाबंदियां लागू करते हुए जिला श्रीनगर में ...