अनुच्छेद-370 और 35ए समाप्तः कर्फ्यू के साए मनाया जा रहा ‘नया कश्मीर’ का जश्न, पांच अगस्त को पहली वर्षगांठ
By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 4, 2020 06:38 PM2020-08-04T18:38:40+5:302020-08-04T18:41:35+5:30
संविधान की धारा -370 की समाप्ति की पहली वर्षगांठ पर पांच अगस्त बुधवार को आतंकियों और अलगाववादियों के हिंसा भड़काने की आशंका को देखते हुए प्रदेश प्रशासन ने सोमवार देर रात से ही कश्मीर संभाग के विभिन्न जिलों में पाबंदियां लागू करते हुए जिला श्रीनगर में कर्फ्यू घोषित कर दिया है।
जम्मूः भारतीय जनता पार्टी के ‘नया कश्मीर’ के जश्न को मनाने के आह्वान को कर्फ्यू ने नाकाम बना दिया है। यह कर्फ्यू प्रशासन ने पूरी कश्मीर वादी में दो दिनों के लिए इस डर से लगाया कि कहीं अलगाववादी और आतंकी इस दिन कुछ बड़ा न कर दें।
संविधान की धारा -370 की समाप्ति की पहली वर्षगांठ पर पांच अगस्त बुधवार को आतंकियों और अलगाववादियों के हिंसा भड़काने की आशंका को देखते हुए प्रदेश प्रशासन ने सोमवार देर रात से ही कश्मीर संभाग के विभिन्न जिलों में पाबंदियां लागू करते हुए जिला श्रीनगर में कर्फ्यू घोषित कर दिया है।
यह कर्फ्यू पांच अगस्त की रात तक जारी रहेगा। श्रीनगर में अगर घोषित कर्फ्यू लगाया गया है तो बाकी जिलों में अघोषित। दरअसल कश्मीर में कई संगठनों ने पांच अगस्त को काला दिवस मनाने का भी एलान किया है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू किया था। इसके साथ अनुच्छेद-370 और 35ए समाप्त हो गए और जम्मू-कश्मीर राज्य का दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख के रूप में पुनर्गठन हुआ।
आतंकी व अलगाववादी तत्व पांच अगस्त को कश्मीर में काला दिवस मनाने जा रहे हैं
श्रीनगर के एसएसपी का कहना था कि सूचनाओं में बताया गया है कि आतंकी व अलगाववादी तत्व पांच अगस्त को कश्मीर में काला दिवस मनाने जा रहे हैं। वह किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के साथ हिंसा भड़का कानून व्यवस्था का संकट पैदा कर सकते हैं और श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश कहता है कि श्रीनगर में पहले से कोविड-19 के मद्देनजर लोगों की आवाजाही और एक जगह पर उनके जमा होने पर रोक है।
इसके अलावा पुलिस की रिपोर्ट हिंसा और आम जनहानि से बचने के उपायों को लागू करने के लिए कहती है। इसलिए जिले में कर्फ्यू लागू करना जरूरी हो जाता है। स्वास्थ्य संबधी आपात परिस्थितियों में और कोविड-19 की ड्यूटी से संबंधित स्टाफ की आवाजाही पास और वैध कार्ड के आधार पर जारी रहेगी।
‘नया कश्मीर’ का जश्न फिलहाल नहीं मनाया जा सका है
नतीजा सामने है। ‘नया कश्मीर’ का जश्न फिलहाल नहीं मनाया जा सका है। तो प्रशासनिक पाबंदियों और श्रीनगर में लगाए गए कर्फ्यू के कारण सामान्य जनजीवन लगभग ठप होकर रह गया है। ऐसे ही हालत कश्मीर के अन्य जिलों में भी है।
सिर्फ कोविड-19 के संक्रमण से निपटने की कवायद में जुटे लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मियों को ही उनके पास व पहचान पत्र के आधार पर आवाजाही की अनुमति दी जा रही है। बाहर से आने वाले लोगों पर भी कोई रोक नहीं है। अलबत्ता उन्हें संबधित नियमों का पालन करना होगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी कहते थे कि हताश तत्व वादी में हालात बिगाड़ने का हर संभव मौका तलाश रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने भी बीते दिनों अलर्ट जारी कर सचेत किया था कि आतंकी और अलगाववादी संगठन पांच अगस्त पर कश्मीर में बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं। ऐसे में जिला मजिस्ट्रेट श्रीनगर डा शाहिद इकबाल चौधरी ने शाम को श्रीनगर व साथ सटे इलाकों में तत्काल प्रभाव से पांच अगस्त शाम तक कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी कर दिया।