15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद भारत ने आखिरकार 15 अगस्त 1947 को आजाद हवा में सांस ली और आजाद सुबह का सूरज देखा। हालांकि इस सूरज में बंटवारे के जख्म की लाली भी थी। ...
पंजाब विश्वविद्यालय में पहले बलरामजी दास टंडन स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा, ‘‘हमें बड़े राष्ट्रीय मुद्दों पर सर्वसम्मति बनानी चाहिए। हम कोई नए राष्ट्र नहीं हैं। ...
देश के इतिहास में 14 अगस्त की तारीख आंसुओं से लिखी गई है। यही वह दिन था, जब देश का विभाजन हुआ और 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान व 15 अगस्त, 1947 को भारत को एक पृथक राष्ट्र घोषित कर दिया गया। ...
पाकिस्तान के साथ फरवरी में हुए हवाई संघर्ष में उड़ान नियंत्रक के तौर पर अहम भूमिका निभाने वाली महिला वायुसेना अधिकारी मिंटी अग्रवाल को युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। ...
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर पर लगातार ‘‘बुरी नजर’’ रखने वाले पाकिस्तान के पुलवामा जैसे हमले की योजना बनाने से पहले ही भारत ने आंकवादियों के ठिकाने नष्ट करने के लिए सीमा पार बालाकोट हमलों को अंजाम दिया। ...
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘ आम तौर पर हमें अपने देश के प्रति प्रेम की याद तब दिलाई जाती है जब भारत-पाकिस्तान के बीच मैच हो या सीमा पर तनाव हो। रोजमर्रा के जीवन में हम अपना देश भूल जाते हैं। ...