मेजर ध्यानचंद ने साल 1928, 1932 और 1936 में लगातार तीन बार ओलंपिक में हॉकी के गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। इसके 40 साल बाद साल 1975 के वर्ल्ड कप में उनके बेटे अशोक कुमार भारत को चैंपियन बनाया। ...
कई बार ऐसा भी देखा गया है कि बच्चों का मन प्राय: किसी खेल में नहीं लगता. मेजर ध्यानचंद के बारे में भी यही कहा जाता है मगर उनके एक साथी ने उन्हें इतना उत्साहित किया कि वे एक तरह से हॉकी से प्यार ही करने लगे. यही जज्बा मोदी सरकार की ‘खेलो इंडिया’ योजना ...
भारत को ओलंपिक खेलों की हॉकी स्पर्धा में स्वर्णिम सफलता दिलाने के साथ ही परंपरागत एशियाई हॉकी का दबदबा कायम किया। विपक्षी खिलाड़ियों के कब्जे से गेंद छीनकर बिजली की तेजी से दौड़ने वाले ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को हुआ था। ...
खिलाड़ियों को कोच बलजीत सिंह सैनी को रिपोर्ट करनी होगी। टीम को इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है जिसमें तीसरी टीम न्यूजीलैंड की होगी। ...
Indian men’s and women’s hockey teams: भारतीय महिला और पुरुष हॉकी टीमें शनिवार से शुरू होने वाले ओलंपिक टेस्ट प्रतियोगिता की चुनौती के लिए तैयार हैं ...
Indian women's and men's and hockey teams: भारत की महिला और पुरुष हॉकी टीमें 17 अगस्त से शुरू हो रही ओलंपिक टेस्ट प्रतियोगिता के लिए रविवार को रवाना हो गईं ...
भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य गुरजीत कौर का मानना है कि दुनिया की दूसरे नंबर की टीम ऑस्ट्रेलिया को हराकर ओलंपिक क्वालिफायर से पहले टीम का आत्मविश्वास बढेगा। ...