एचएएल, जो जनरल इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाले एयरक्राफ्ट का मुख्य मैन्युफैक्चरर है, ने कहा कि उसे उम्मीद नहीं है कि जेट क्रैश से उसके बिज़नेस ऑपरेशन या भविष्य की डिलीवरी पर कोई असर पड़ेगा। ...
इस ऑर्डर में 68 सिंगल-सीट लड़ाकू विमान और 29 ट्विन-सीट लड़ाकू विमान, संबंधित उपकरणों सहित, शामिल हैं, जिसकी कुल लागत 62,370 करोड़ रुपये (करों को छोड़कर) से अधिक है। इन विमानों की डिलीवरी 2027-28 के दौरान शुरू होगी और छह वर्षों की अवधि में पूरी होगी। ...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) द्वारा इस बड़ी खरीद को हरी झंडी दिए जाने के लगभग एक महीने बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। ...
भारत के अलावा दुनिया के कई देश इस फाइटर जेट का इस्तेमाल करते हैं। इस लड़ाकू विमान की सबसे खास बात ये है कि इसे किसी भी देश की भौगोलिक परिस्थितियों और जरूरत के हिसाब से ढाला जा सकता है। ...
भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान में पाकिस्तान और चीन से दो मोर्चों के खतरे से निपटने के लिए लड़ाकू विमानों की जरूरत है। भारतीय वायुसेना में नियमतः 42 स्क्वाड्रन होने चाहिए जिसमें प्रत्योक में 18 विमान होते हैं। लेकिन वर्तमान में 31 स्क्वाड्रन से ही व ...
भारतीय वायु सेना ने पहले ही 83 एलसीए विमानों की आपूर्ति के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये से अधिक के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। अब 65,000 करोड़ रुपये में 97 और विमान खरीदने के लिए टेंटर जारी हो गया है। ...
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस उन्नयन से समुद्री निगरानी, इलेक्ट्रॉनिक खुफिया जानकारी और समुद्री डोमेन जागरूकता को बढ़ावा देने की प्राथमिक भूमिका निभाने के लिए भारतीय नौसेना के डोर्नियर विमान की परिचालन क्षमता में काफी वृद्धि होगी। ...
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) सुखोई 30 एमकेआई विमानों को अपग्रेड करने की परियोजना का प्रमुख इंटीग्रेटर होगा। 60,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना का लक्ष्य नए रडार, मिशन नियंत्रण प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं और हथियार प्रणालियों को विमा ...