भारत में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में दो टीकों में एक कोविशील्ड भी है। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका ने मिलकर बनाया है। भारत में इस टीके को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया है। यह वैक्सीन आम सर्दी-जुकाम वाले वायरस के एक कमजोर रूप से बनी है। जब वैक्सीन लगती है तो वह इम्युन सिस्टम को किसी कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है। यह वैक्सीन दो डोज में चार और 12 हफ्तों के अंतराल पर लगती है। इसे भी 2 डिग्री से 8 डिग्री के बीच स्टोर किया जा सकता है। Read More
तमिलनाडु इस मामले में सबसे आगे है, जहां 78,838 गर्भवती महिलाएं टीका लगवा चुकी हैं। आंध्र प्रदेश में 34,228, ओडिशा में 29,821, मध्य प्रदेश में 21,842, केरल में 18,423 और कर्नाटक में 16,673 गर्भवती महिलाओं ने पहला टीका लगवा लिया है। ...
सरकार की एक विशेषज्ञ पैनल ने कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन औऱ कोविशील्ड के दोनों डोज को मिक्स कर एक क्लीनिकल ट्रायल करने की सिफारिश की है । इस परीक्षण की मदद से इस बात का पता लगाया जा सकेगा कि यह लोगों के प्रतिरक्षा प्रणाली पर कितना कारगर है । ...
कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान सशस्त्र सेना चिकित्सा महाविद्यालय (एएफएमसी) द्वारा किए गए एक अध्ययन का संदर्भ देते हुए मंगलवार को कहा कि कोविशील्ड महामारी से 93 प्रतिशत सुरक्षा देता है और मृत्युदर को 98 प्रतिशत घटाता है। ...
फ्रांस सहित कुल 16 यूरोपीय देशों ने एस्ट्राजेनेका कोविड वैक्सीन कोविशील्ड को अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए मान्यता दे दी । फ्रांस ने वैक्सीनेट लोगों के लिए यात्रा प्रतिबंध पूरी तरह से हटा दिया है । ...
कोवैक्सीन की खुराक के लिए 225 रुपये के संशोधित मूल्य पर उपलब्ध होगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हम 31 जुलाई तक 50 करोड़ टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने की राह पर हैं। ...
कोविड-19 महामारी को लेकर भारत में संक्रमण के मामले काफी कम हो गए हैं, बावजूद इसके अभी भी तीसरी लहर की आशंका से लोग डरे हुए हैं। ऐसे में आईसीएमआर के एक शोध सामने आया है। ...
पाकिस्तानी महिला साहर कैसर ने बुधवार को कोलकाता के एक निजी हॉस्पिटल में वैक्सीन लगवाई, इससे पहले कोलकाता के ही एक हॉस्पिटल ने साहर को टीका लगाने से मना कर दिया था ...