कोवाक्सिन (Covaxin) भारत का पहला संभावित स्वदेशी Covid-19 वैक्सीन है, जिसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। कोरोना वायरस की पहली स्वदेशी वैक्सीन COVAXIN का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है। Read More
सूत्रों के अनुसार डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की वैक्सीन को आपात स्थिति में 12 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों पर आपात स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी दी है। ...
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने कहा कि ‘कोवोवैक्स’ टीके का परीक्षण चल रहा है और यह तीन साल और उससे अधिक की आयु के बच्चों को हर तरह से सुरक्षा प्रदान करेगा। ...
सरकार ने शुक्रवार को संसद को सूचित किया कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह और कोविड -19 के लिए वैक्सीन प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह वर्तमान में विचार-विमर्श कर रहे हैं और कोविड -19 के खिलाफ बूस्टर खुराक की आवश्यकता पर विचार किया जा रहा ...
Dr.Ravi Godse Latest Video।क्या कोवैक्सीन कोविड के खिलाफ सिर्फ 50 फीसदी प्रभावी हैं? भारत में बनी स्वदेशी कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) की दो खुराक 50 फीसदी ही प्रभावी रही है. 'द लैंसेट' इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित भारत के स्वदेशी COVID-1 ...
WHO ने बुधवार को कोवैक्सीन के आपात उपयोग के लिए मंजूरी दे दी थी। इसके बाद अमेरिका ने भी नियमों में बदलाव किया है। कोवैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग 8 नवंबर से अमेरिका जा सकेंगे। ...
कोवैक्सीन को WHO की मंजूरी के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने अनुमोदित टीकों की अपनी सूची को अपडेट किया है और उन लोगों को देश में प्रवेश की अनुमति दी है जिन्होंने टीके के रूप में कोवैक्सीन का डोज लिया हैं। ...