चंद्रशेखर आजाद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रहने वाले हैं और उन्होंने भीम आर्मी की स्थापना अक्टूबर 2015 में की थी। वह इस संगठन का उद्देश्य दलित समुदाय में शिक्षा के प्रसार बताते आए हैं। चंद्रशेखर का संगठन भीम आर्मी उस समय भी चर्चा में आया जब उन्होंने सितंबर 2016 में सहारनपुर में एएचपी इंटर कॉलेज में दलित छात्रों का जमकर विरोध किया था। इस संगठन से भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। Read More
कहा जा रहा है कि चंद्रशेखर बसपा की जगह तो नहीं ले सकते, लेकिन अपनी अलग पार्टी की पहचान से बसपा को नुकसान जरूर पहुंचा सकते हैं. इसका कारण मौजूदा दौर में मायावती की राजनीतिक साख का गिरना और दलित राजनीति में एक तरह का वैक्यूम बनना है. ...
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा है कि वह 15 मार्च को राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे। उन्होंने आज ट्वीट कर लोगों से पार्टी के लिए नाम सुझाने की गुजारिश भी की है। ...
दलित संगठन के प्रमुख ने आरोप लगाया कि दिसंबर में इस कानून पर हस्ताक्षर होने के बाद से देश में सामाजिक-राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि देश में ‘राज्य प्रायोजित अत्याचार ऊंचाइयां’ छू रहा है। ...
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा, 'उस दिन दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में सीएए के खिलाफ हमारा विरोध शांतिपूर्ण और सफल रहा। हमारे सदस्य किसी भी हिंसा में शामिल नहीं थे। ...
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने सभी से आह्वान किया है कि वे 23 फरवरी को भारत बंद की तैयारी करें। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि मैं सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करता हूँ कि 23 फरवरी के भारत बंद में सहयोग करें। ...
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को CAA-NRC-NPR के खिलाफ मुंबई के आजाद मैदान में रैली करने की अनुमति नहीं मिली है। वह 21 फरवरी को रैली करना चाहते थे। ...